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नेक काम! रेलवे ट्रैक पर गुम हुआ मोबाइल, तो RPF जवान ने ढूंढने के लिए की 5 किलोमीटर की दूरी तय 

रामधन ने इसके लिए सफाले स्टेशन से वैतरणा की ओर गश्त शुरू की. पांच किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद, कांस्टेबल ने ट्रैक पर फोन देखा और इसे सफाले स्टेशन मास्टर के पास ले आए. जिन्होंने बाद में इसे कुरैशी को सौंप दिया. 

RAILWAY TRACK RAILWAY TRACK
हाइलाइट्स
  • चलती ट्रेन से नीचे गिर गया था मोबाइल फोन 

  • फोन ढूंढने के लिए RPF जवान ने शुरू की गश्त 

दुनिया में जहां कुछ खराब लोग हैं वहीं अच्छे भी हैं. ये वही लोग हैं जिन्होंने इस दुनिया को थोड़ा और खूबसूरत बनाए हुआ है. अब मुंबई से एक ऐसी ही घटना सामने आई है. एक आरपीएफ (RPF) कांस्टेबल ने दूसरे युवक की मदद करने के लिए करीब 5 किलोमीटर की दूरी तय की है. आपको बता दें, ये दूरी कांस्टेबल ने उस युवक के फोन को उस तक पहुंचाने के लिए तय की है.

चलती ट्रेन से नीचे गिर गया था मोबाइल फोन 

दरअसल, एक युवक का मोबाइल फोन ट्रेन से नीचे रेलवे ट्रैक पर गिर गया था. ये देखते हुए एक आरपीएफ कांस्टेबल ने सफाले और वैतरणा के बीच की दूरी तय की और उस यात्री तक उसका फोन पहुंचाया. बता दें, ये दूरी लगभग 5 किलोमीटर है.  

टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 36 साल के रामधन मीणा पालघर का रहने वाले हैं. वे सफाले रेलवे स्टेशन पर नाइट ड्यूटी कर रहे थे. लगभग 1:30 बजे, उन्होंने स्टेशन पर कुर्ला के निवासी मोहम्मद कुरैशी और उनके चचेरे भाई शाहरुख को देखा. कुरैशी ने कांस्टेबल को बताया कि उसका 75,000 रुपये का आई फोन देहरादून एक्सप्रेस से गिर गया था, जब वह सफाले स्टेशन से करीब 9:50 बजे गुजरा था. वे दोनों विरार में उतरे और सफाले स्टेशन तक 15 किमी तक पटरियों पर चलने के बावजूद, वे फोन का पता नहीं लगा सके.

फोन ढूंढने के लिए शुरू की गश्त 

ये पूरा वाकया सुनने के बाद रामधन मीणा ने फोन खोजने की सोची. रामधन ने इसके लिए सफाले स्टेशन से वैतरणा की ओर गश्त शुरू की. पांच किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद, कांस्टेबल ने ट्रैक के साथ फोन देखा और इसे सफाले स्टेशन मास्टर के पास ले आए. जिन्होंने बाद में इसे कुरैशी को सौंप दिया. 

बता दें, इस नेक काम के लिए अब रेलवे अधिकारियों ने रामधन मीणा को प्रशंसा पत्र जारी करने के लिए कहा है. उन्हें इसके लिए सम्मानित किया जाएगा.