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मिसकैरेज के डर से महिला ने बिस्तर पर लेटकर गुजार दिए कई हफ्ते...पेश की मिसाल, सोशल मीडिया पर वायरल है स्टोरी

ली का कहना है कि प्यार में चमत्कार होते हैं...ली का यह दूसरा बच्चा है. उसका एक बेटा भी है. ली की स्टोरी सोशल मीडिया पर वायरल है.

pregnant woman pregnant woman
हाइलाइट्स
  • बच्चे का एक पैर सरविक्स से बाहर निकल गया

  • सोशल मीडिया पर वायरल है स्टोरी

कहते हैं मां जैसा त्याग शायद ही दुनिया में कोई कर सकता है. ये सिर्फ कहावत नहीं है इसे समय-समय पर चरितार्थ भी किया गया है. ताजा मामला चीन का है जहां फीटस को बचाने के लिए एक महिला ने कई हफ्ते बिस्तर पर लेटे हुए गुजार दिए. इस मां की ममता ने सोशल मीडिया पर कई नेटिज़न्स का दिल छू लिया. क्या है पूरा मामला चलिए जानते हैं.

बच्चे का एक पैर सरविक्स से बाहर निकल गया
चीन के स्थानीय न्यूज  Lizhi के मुताबिक, पूर्वी चीन के जियांग्सू प्रांत की ली सरनेम वाली एक महिला 21 सप्ताह की गर्भवती होने पर जांच के लिए अस्पताल गई थी. जहां उसे पता चला कि उसके बच्चे का एक पैर सरविक्स से बाहर निकल गया है.

डॉक्टरों ने उसे चेतावनी दी कि एक बार कॉन्ट्रैक्शन शुरू होने पर तीन से पांच दिनों के अंदर मिसकैरेज का खतरा बढ़ जाता है, इससे मां के शरीर को भी नुकसान हो सकता है. ली ने डॉक्टरों से कहा कि वह अपनी बेटी को बचाने के लिए कुछ भी कर सकती है. उसे फर्क नहीं पड़ता कि उसे कितनी तकलीफ होगी.

ली केवल ट्रेडिशनल डिलीवरी ही कर सकती थीं
मां के शरीर को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए ली केवल ट्रेडिशनल डिलीवरी ही कर सकती थीं. डॉक्टरों की टीम ने ली को सलाह दी कि वह बिस्तर पर हर समय अपने कूल्हों को ऊपर उठाए रखें, ताकि एमनियोटिक थैली पर बच्चे के पैर का दबाव कम हो सके. फिर क्या था महिला ने बिस्तर पर लेटे हुए करीब एक महीने गुजार दिए.

एक महीने तक लेटी रही महिला
अधिकांश गर्भवती महिलाओं के लिए ऐसी पोजिशन में लेटना मुश्किल होता है. कई महिलाएं एक दिन में एक घंटे से ज्यादा समय तक इस पोजिशन में नहीं रह पातीं लेकिन ली ने हार नहीं मानी. उन्होंने तकियों के जरिए अपने कूल्हों को ऊपर उठाया, और एक महीने तक इसी पोजिशन में लेटी रहीं, यहां तक ​​कि खाना खाते समय और टॉयलेट का इस्तेमाल करते हुए भी.

सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस मां की स्टोरी
और फिर वो हुआ जिसका इंतजार ली को हमेशा से था... ली ने अपनी बेटी को जन्म दिया. हालांकि प्री मेच्योर होने की वजह से बच्चे का वजन केवल 750 ग्राम था. अस्पताल में 93 दिनों की देखभाल के बाद डिस्चार्ज के समय बच्ची का वजन 8 किलो तक पहुंच गया.

21 फरवरी को ली ने अपनी डॉक्टर को अपनी मुस्कुराती बेटी की कई तस्वीरें भेजीं और बताया कि उनकी बच्ची अब ठीक है. ली का कहना है कि प्यार में चमत्कार होते हैं...ली का यह दूसरा बच्चा है. उसका एक बेटा भी है. ली की स्टोरी सोशल मीडिया पर वायरल है.