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Mumbai: रिश्‍तों की अनोखी मिसाल! 70 वर्षीय सास ने बहू को Kidney दानकर दिया नया जीवन, बोलीं- मेरी बहू बच गई और क्या चाहिए

दोनों किडनी खराब होने के कारण अमीषा को बचाने की सारी उम्मीदें खत्म हो चुकी थीं. उसी समय सास ने अपनी किडनी देने का फैसला किया. किडनी ट्रांसप्लांट के बाद अब अमीषा ठीक हैं. सास प्रभा का कहना है, मेरी किडनी से बहू बच गई और मुझे क्या चाहिए.

सास ने बहू को दान की किडनी सास ने बहू को दान की किडनी
हाइलाइट्स
  • अमीषा को सफलतापूर्वक किया गया किडनी ट्रांसप्लांट 

  • दोनों किडनी हो गई थी खराब

वैसे तो सास-बहू का रिश्‍ता आपसी नोंकझोंक के लिए अधिक जाना जाता है. फिल्मों और धारावाहिकों में ऐसा दिखाया भी जाता है, लेकिन आपको बता दें कि ये रिश्‍ता दुनिया के सबसे अच्‍छे रिश्‍तों में से एक है. मुंबई में सास-बहू के रिश्तों की अनोखी मिसाल देखने को मिली है. जी हां, कांदिवली में एक 70 वर्षीय सास ने अपनी बहू को किडनी दान की है. इस बड़े दिल वाली सास की हर तरफ तारीफ हो रही है.

जांच के बाद दी गई थी किडनी ट्रांसप्लांट कराने की सलाह
कांदिवली पूर्व के ठाकुर विलेज स्थित सत्यम टावर सोसायटी में रहने वाले मोटा परिवार की बहू अमीषा जितेश मोटा (43 वर्षीय) की दोनों किडनी फेल हो गई थी. नानावती मैक्स अस्पताल में जांच के बाद किडनी ट्रांसप्लांट कराने की सलाह दी गई थी. नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. जतिन कोठारी ने कहा दोनों किडनी खराब होने के कारण अमीषा की स्थिति काफी खराब हो गई थी. नवंबर 2022 में अमीषा को किडनी की समस्या का पता चल गया था.

शुगर के कारण पति नहीं दे सकते थे किडनी 
अमीषा के बहनोई जिग्नेश ने बताया कि अप्रैल 2023 में डॉ. जतिन कोठारी ने उन्हें बताया कि अमीषा प्री-एम्प्टिव किडनी ट्रांसप्लांट का विकल्प चुन सकती हैं या डायलिसिस शुरू कर सकती हैं. अमीषा और उसके पति जितेश ने किडनी खराब होने की जानकारी अपने ससुरालवालों को दी. जिग्नेश ने कहा कि अमीषा को रोते हुए देखकर मेरी मां ने उनसे कहा कि वह अपनी एक किडनी दान करने को तैयार है. हालांकि उनकी मां की बाइपास सर्जरी हुई थी. इसके कारण वह किडनी दान नहीं कर सकती थी. अमीषा के पति जितेश को हाल ही में डायबिटीज (शुगर)  का पता चला था और वह किडनी दान करने के योग्य नहीं थे.

सास बोलीं- मैं दूंगी बहू को किडनी
बहू-बेटे को परेशान देखकर सास प्रभा कांतिलाल मोटा बोलीं मैं किडनी दूंगी. घरवाले लाख समझाते रहे कि आप 70 साल की हैं. आप कैसे किडनी देंगी लेकिन वह किसी की बात नहीं मानीं. प्रभा ने यह फैसला उस समय लिया जब मनीषा को बचाने की सारी उम्मीदें खत्म हो चुकी थीं. इसके बाद डॉक्टरों ने प्रभा की फिटनेस जांच की. वह किडनी दान कर सकती थीं. उनकी किडनी मैच हो गई और सास ने खुशी-खुशी बहू को किडनी दान कर दी. नानावती मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में 1 अगस्त 2023 को किडनी ट्रांसप्लांट सफलतापूर्वक किया गया. 

बहुओं को अपने बच्चों की तरह मानती हूं
प्रभा को गत शुक्रवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. अमीषा को भी जल्द अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी. प्रभा का बड़ी बहू ने घर पर फूलों के साथ स्वागत किया. प्रभा ने बताया कि मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मैं अमीषा को किडनी दान कर सकी. मेरी बहू की जान बच गई, इससे बड़ी बात क्या है. उन्होंने कहा, मेरी कोई बेटी नहीं है. मैं अपनी तीनों बहुओं को अपने बच्चों की तरह मानती हूं. जब अमीषा रो रही थी तो मुझे लगा कि उसकी मदद के लिए मुझे कुछ करना होगा. उधर, अमीषा ने कहा कि मेरी मां ने मुझे जन्म दिया लेकिन मेरी सास ने मुझे दूसरी जिंदगी का तोहफा दिया है.

दुनिया की सभी सासों के लिए आदर्श किया स्थापित
प्रभा के किडनी दान की खबर उस समय वायरल हो गई जब महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के महासचिव सचिन सावंत, जो मोटा परिवार के ही कॉलोनी में रहते हैं ने ट्वीट किया, प्रभाजी द्वारा स्थापित आदर्श का पालन दुनिया की सभी सासों को करना चाहिए. उधर, डॉ. जतिन कोठारी ने कहा कि किसी सास के लिए बहू को किडनी दान करना बहुत बड़ी बात है. मैंने अपने अभ्यास में अब तक केवल तीन ऐसे दान देखे हैं.