मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को देश की पहली स्वस्थ और स्वच्छ फूड स्ट्रीट 'प्रसादम' का उद्घाटन किया, जो उज्जैन के महाकाल लोक में पारंपरिक स्वस्थ भोजन और मोटे अनाज से बने व्यंजन परोसेगी. इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया भी उपस्थित थे. इस फूड स्ट्रीट, प्रसादम को बनाने में 175 लाख रुपये खर्च किए गए हैं. इस गली में 17 दुकानें होंगी जो राजगिरा, सामक, कुट्टू, रागी, दाल-बाफले आदि से बने और और राज्य के अन्य प्रसिद्ध पारंपरिक व्यंजन पेश करेंगी.
इस दिन से होगी शुरुआत
फूड स्ट्रीट फरवरी के पहले सप्ताह से पूरी तरह चालू हो जाएगी और परिसर में जंक फूड और प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई है. देश के विभिन्न स्थानों पर कुल 100 स्वस्थ और स्वच्छ स्ट्रीट फूड हब बनेंगे. उद्घाटन समारोह में, मुख्यमंत्री और मंडाविया ने प्रसादम में चाय और विभिन्न व्यंजनों का आनंद लिया और फूड ज्वाइंट ऑपरेटर्स के साथ बातचीत की. उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य पर केंद्रित 'Manhit' ऐप भी लॉन्च किया.
प्रसादम में खाना पकाने के लिए आरओ पानी का इस्तेमाल होगा और विक्रेताओं को दस्ताने, टोपी और एप्रन पहनना होगा. यह परिसर प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र होगा और कचरे के प्रबंधन की जिम्मेदारी दुकानदारों की होगी. प्रसादम में राजगिरा, सांवा, कुट्टू, रागी, कांगनी, कोदो, सामा, बाजरा, चना और ज्वार सहित अन्य अनाजों से बने व्यंजन परोसे जाएंगे. FSSAI विक्रेताओं को भोजन संभालने का प्रशिक्षण देगा जबकि फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स वाहन सप्ताह में एक बार खाने का इंस्पेक्शन करेगा और विक्रेताओं को ट्रेनिंग देगा.