scorecardresearch

500 साल पुराने शिव मंदिर तक रास्ता बनाने के लिए अपनी जमीन देकर इन मुस्लिम परिवारों ने पेश की मिसाल, गांव के भाईचारे के सामने हार गई नफरत

कूटिलंगडी पंचायत के निवासी सी एच अबूबकर हाजी और एम उस्मान ने पंचायत को अपनी चार सेंट जमीन दी है. ताकि कूटिलंगडी कडुंगूठ महादेव मंदिर के लिए 60 मीटर लम्बी सड़क का निर्माण किया जा सके. अधिकारियों का कहना है कि पंचायत और विधायक निधि से जल्द ही सड़क का निर्माण किया जाएगा.

Representational Image Representational Image
हाइलाइट्स
  • मंदिर तक जाने के लिए नहीं था कोई रास्ता

  • दो मुस्लिम परिवारों ने पेश की भाईचारे की मिसाल

केरल के मलप्पुरम में धार्मिक सद्भाव की मिसाल देखने को मिली है. जिले के दो मुस्लिम युवक 500 साल पुराने हिंदू मंदिर की मदद के लिए आगे आए हैं. दरअसल इस मंदिर तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं था और इस कारण श्रद्धालुओं को मंदिर तक जाने में बहुत परेशनी होती थी. 

लेकिन अब कूटिलंगडी पंचायत के निवासी सी एच अबूबकर हाजी और एम उस्मान ने पंचायत को अपनी चार सेंट जमीन दी है. ताकि कूटिलंगडी कडुंगूठ महादेव मंदिर के लिए 60 मीटर लम्बी सड़क का निर्माण किया जा सके. अधिकारियों का कहना है कि पंचायत और विधायक निधि से जल्द ही सड़क का निर्माण किया जाएगा.

…और हार गई नफरत:  

पूर्व पंचायत सदस्य रहूफ कूटिलंगडी का कहना है कि मंदिर तक सड़क न होने के मुद्दे को लेकर कई असामाजिक तत्वों ने गांव में नफरत फैलाने की कोशिश भी की. समाज में दरार पैदा करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर अभियान भी चलाया था. 

लेकिन कहते हैं न कि नफरत को मिटाने के लिए मोहब्बत की दो बूंद ही काफी हैं. ऐसा ही कुछ यहां हुआ. साम्प्रदायिक सद्भाव को बनाए रखने के लिए मनकड़ा विधायक मंजलमकुझी अली की अध्यक्षता में पंचायत अधिकारियों, राजस्व अधिकारियों, मालाबार देवस्वम बोर्ड के अधिकारियों और निवासियों की एक बैठक हुई. 

इस बैठक के दौरान अबूबकर और उस्मान के परिवारों ने आपसी सहमति से अपनी जमीन से कुछ हिस्सा मंदिर की सड़क बनाने के लिए दान में दिया. क्योंकि उनके लिए यह जमीन आपसी भाईचारे और गांव की सुख-शांति से ज्यादा अहम नहीं है.  

मंदिर का होगा जीर्णोद्धार:

बताया जा रहा है कि इस मंदिर का जीर्णोद्धार किया जा रहा है और इसके लिए लगभग एक करोड़ रुपये की लागत का अनुमान लगाया गया है. मंदिर के लिए मालाबार देवस्वम बोर्ड ने 10 लाख रुपये आवंटित किए हैं. जमीन से संबंधित मामला मलप्पुरम जिला कलेक्टर के संज्ञान में लाया गया है.