
भारत में कई चीजें रहस्यमयी हैं. जगहों की बात करें तो हमारे देश में ऐसी-ऐसी जगहें हैं जिनके बारे में सुन कर आपको यकीन नहीं होता होगा. बता दें कि भारत में ऐसी झीलें भी मौजूद हैं जिसे 'कंकालों की झील' तो कोई 'लेक ऑफ नो रिटर्न' के नाम से मशहूर है.आईये आज आपको भारत के ऐसे ही कुछ जगहों के बारे में बताते हैं.
लेक ऑफ नो रिटर्न झील
इस झील के बारे में ये कहा जाता है कि यहां पर जो भी जाता है वो वापस नहीं आ पाता. इस झील का नाम 'लेक ऑफ नो रिटर्न' है. भारत और म्यांमार की सीमा पर मौजूद इस रहस्यमयी झील को नावांग यांग झील भी कहा जाता है. इस झील के पीछे की कहानी है कि दूसरे विश्व बयुद्ध के दौरान अमेरिकी विमान के पायलटों ने यहां पर इमरजेंसी लैंडिंग की,और बाद में ये पता चला कि जहाज पायलटों के साथ रहस्यमय तरीके से गायब हो गया.
रूपकुंड झील
उत्तराखंड में समुद्र तल से लगभग 5 हज़ार से भी ज्यादा मीटर की ऊंचाई पर मौजूद इस झील को 'कंकालों की झील' के नाम से भी जाना जाता है. इसके बारे में कहा जाता है कि यहां पर 10 शताब्दी के कई नरकंकाल मौजूद है, ये अंदाजा है कि यहां पर झील में लगभग 200 से ज्यादा कंकाल मौजूद है.
चिल्का झील
चिल्का झील भी एक रहस्यमयी झील है. इस झील के पीछे की कहानी है कि एक लड़की की शादी बहुत कम उम्र में कर दी गई थी. शादी के बाद जब वो लड़की पिता के साथ इस झील में घूमने गई और वहीं पर फंस गई. हादसे में पिता और नाविक तो बच गए लेकिन बेटी नहीं मिली. स्थानीय लोगों का मानना है कि लड़की चक्रवात में फंसते ही देवी काली के रूप में बदल गई. इस लड़की की याद में झील के किनारे एक मंदिर भी बनवाया गया है.
लोनार झील
ये झील महाराष्ट्र में है. इस झील को लेकर कहानी है कि इस झील ने रातों-रात रहस्यमय तरीके से अपना रंग बदल लिया और गुलाबी हो गई. बता दें कि ये झील एकमात्र ऐसी ट्रेन है जो अपने आप रंग बदलती है.