सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ को आने वाले दिनों में झीलों के शहर के नाम से भी जाना जाएगा. चंडीगढ़ में चौथी झील बनने का काम चल रहा है और अक्टूबर महीने तक यह काम पूरा हो जाएगा. इसके अलावा लगभग 14 एकड़ में एक वन भी विकसित किया जा रहा है.
चंडीगढ़ का वन विभाग चंडीगढ़ के इंडस्ट्रियल एरिया में एक झील बनाने का काम कर रहा है. यह झील एक एकड़ में तैयार की जा रही है. अभी चंडीगढ़ में तीन ही बड़ी लेक हैं, जिसमें से एक सुखना लेक, दूसरी धनास लेक, तीसरी सेक्टर-42 में न्यू लेक है. अब चौथी लेक भी बनकर तैयार हो रही है.
मुख्य वन संरक्षक और मुख्य वन्यजीव वार्डन देबेंद्र दलाई ने इंडिया टुडे से खास बायतचीत में बताया कि फॉरेस्ट एरिया में एक छोटी लेक के बनाई जा रही है, जिसका आनंद चंढीगढ़ के और बाहर से घूमने आए लोग ले सकेंगे. ये उसी तर्ज़ पर बनाई जा रही है जिस तरह से सुखना लेक बनी हुई है. बीच में आइलैंड छोड़ा गया है. इस लेक को अमृत सरोवर का नाम दिया गया है.
इसके अलावा यहां इस जमीन के करीब 14 एकड़ एरिया में अमृत वन डेवलप किया जा रहा है. करीब 14 एकड़ जमीन को कुल 75 अलग-अलग प्लॉट में काटा गया है. इसे आजादी के 75वें वर्ष पूरे होने के मौके पर तैयार किया गया था. इसलिए इसी थीम पर इसको डेवलप किया जा रहा है. हर प्लॉट में अलग-अलग किस्म के पेड़ लगाए गए हैं. लगभग 75 किस्म के पौधे लगाए गए हैं.
इस जगह पर छह से सात पहले अवैध कॉलोनी हुआ करती थी जैसे कि वन विभाग में हटा दिया था. झुग्गियों को हटाने के बाद खाली हुई जमीन में करीब 35 एकड़ जमीन फॉरेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ डिपार्टमेंट को मिली थी. इस जमीन के करीब 14 एकड़ एरिया में यहां अमृत वन डेवलप किया जा रहा है जबकि एक एकड़ में झील विकसित की जा रही है.