ऊपरी शिलांग क्षेत्र में एक ऑर्किडेरियम से मेघालय की राजधानी शिलांग का आकर्षण बढ़ गया है. इसका कारण है इस उत्तर-पूर्वी राज्य की 20 महिला उद्यमियों द्वारा उगाए गए विभिन्न रंगों में ऑर्किड फूल.
साल 2019 से इस ऑर्किडेरियम को 600 मीटर के क्षेत्र में पोली हाउस में विकसित किया जा रहा है. केंद्र सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) की डायरेक्ट फंडिंग और सहायता से यह संभव हो पा रहा है. इन ऑर्किड पौधों से लगभग 20 महिला किसानों को विभिन्न जिलों में उद्यमी बनने में मदद मिली है.
हुई 7 लाख रुपए की बिक्री
आज यह ऑर्किडेरियम देश भर में ऑर्किड फूलों के पौधों की विविध प्रजातियों, अलग-अलग ऑर्किड किस्मों के बीज, पौधों, फूलों आदि की आपूर्ति कर रहा है. द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इन 20 महिला उद्यमियों ने स्थानीय और संकर किस्मों के ऑर्किड की 7 लाख रुपये से अधिक की बिक्री की है.
औषधीय ऑर्किड पौधों की खेती के अलावा रसीले और सजावटी पौधों के माध्यम से अब ऑर्किडेरियम में विविधता लाई जा रही है. इस सफलता को देखते हुए, DBT के गैर-लाभकारी सार्वजनिक उद्यम जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (BIRAC) ने मेघालय के एक और जिले में आर्किड पौधों की खेती के माध्यम से 100 और महिला उद्यमियों को विकसित करने की परियोजना शुरू की है.