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ऑक्सफोर्ड वैज्ञानिकों ने बताया Vegan Diet को पर्यावरण के लिए बेहतर ऑप्शन, जानिए क्या है ये और कैसे बना जा सकता है वीगन

How to be a Vegan: वीगन बनने का सबसे बड़ा चैलेंज होता है कि इसमें ऐसी सभी खाने की चीजों से दूर रहना होता है जिसमें पशु उत्पाद शामिल हैं जो कि सभी प्रकार के पशु शोषण से दूर रहता है.

Vegan Diet Vegan Diet
हाइलाइट्स
  • 55 हजार लोगों पर हुई स्टडी 

  • Vegan Diet है पर्यावरण के लिए बेहतर ऑप्शन

पिछले कुछ समय में पर्यावरण में काफी बदलाव आ रहे हैं. इसके पीछे के कई कारण हो सकते हैं. इसमें मांसाहारी खाने को भी कई हद तक जिम्मेदार माना जाता है. कई स्टडी बताती हैं कि  जहां नॉन-वेजीटेरियन खाना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है वहीं वीगन डाइट इससे कई हद तक बेहतर है. 

55 हजार लोगों पर हुई स्टडी 

दरअसल, एक अध्ययन में 55,000 लोगों की खाने की आदतों पर ध्यान दिया गया और इसमें ये देखा गया कि यह पांच पर्यावरणीय कारकों को कैसे प्रभावित करता है: ग्रीनहाउस गैस एमिशन, भूमि उपयोग, जल उपयोग, जल प्रदूषण और जैव विविधता को नुकसान. इसके परिणाम नेचर फ़ूड में प्रकाशित हुए हैं, जो काफी दिलचस्प हैं. इस स्टडी में सामने आया कि जो लोग शाकाहारी डाइट का पालन करते हैं, उनका पर्यावरणीय प्रभाव उन लोगों की तुलना में केवल 30% होता है जो बहुत अधिक मांस खाते हैं. इस डेटा में 20 साल से ज्यादा समय से लगभग 57,000 लोगों को नोटिस किया गया.

कैसे हुई स्टडी?

अध्ययन में प्रतिभागियों ने शोधकर्ताओं को बताया कि उन्होंने एक साल में क्या खाया और पिया, और उसके आधार पर, शोधकर्ताओं ने उन्हें छह समूहों में रखा: वीगन, वेजीटेरियन, फिश ईटर्स, खाने वाले, और लो-मीडियम और हाई मीट ईटर्स. फिर उन्होंने अपनी डाइट की तुलना एक बड़े डेटासेट से की जिसमें 57,000 अलग-अलग खाद्य पदार्थों के पर्यावरणीय प्रभाव के बारे में जानकारी थी. डेटासेट में इस बात पर भी विचार किया गया कि भोजन कहां और कैसे उगाया या लाया जा रहा है. उदाहरण के लिए, स्पेन में ग्रीनहाउस में उगाई गई गाजर का यूके में किसी खेत में उगाई गई गाजर की तुलना में अलग प्रभाव होगा. 

निष्कर्षों से पता चला कि सबसे कम टिकाऊ शाकाहारी आहार भी सबसे टिकाऊ मांस खाने वालों के आहार की तुलना में ज्यादा पर्यावरण-अनुकूल था. 

कैसे बन सकते हैं वीगन?

वीगन बनने का सबसे बड़ा चैलेंज होता है कि इसमें ऐसी सभी खाने की चीजों से दूर रहना होता है जिसमें पशु उत्पाद शामिल हैं जो कि सभी प्रकार के पशु शोषण से दूर रहता है. हालांकि, इसका पूरा प्रोसेस है- 

-खुद को शिक्षित करें: विगनिज्म के बारे में सबसे पहले सीखना और पढ़ना शुरू करें. फिर धीरे-धीरे खुद के खाने की हैबिट को बदलना शुरू करें. पौधों से मिलने वाले फ़ूड को ज्यादा प्रिफर करें. इसमें जिनमें फल, सब्जियां, अनाज, फलियां, मेवे, बीज आप खा सकते हैं. 

-अपने खाने का प्लान जरूर बनाएं. संतुलित और पौष्टिक शाकाहारी आहार सुनिश्चित करने के लिए समय से पहले अपने भोजन की योजना बनाएं. प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, विटामिन बी12 और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे सभी आवश्यक पोषक तत्व पौधे-आधारित स्रोतों से लें. 

-कुछ भी खरीदकर खाने से पहले देखें कि कहीं इसमें दूध पाउडर, जिलेटिन और पशु-से मिलने वाला एडिटिव्स जैसी सामग्री तो नहीं है.

-धीरे-धीरे अपने पेंट्री और घर में गैर-शाकाहारी चीजों को शाकाहारी विकल्पों जैसे कि पौधे-आधारित दूध, शाकाहारी मक्खन जैसी चीजों से बदलें. 

-कहीं भी कभी भी कुछ समझ न आए तो उसके बारे में किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.