पुणे के रहने वाले सात साल के अद्वैत कोलारकर अगले महीने शुरू होने वाली गाग्लियार्डी गैलरी (Gagliardi Gallery) में होने वाली अपनी जीवंत पेंटिंग की लंदन में पहली एकल प्रदर्शनी के लिए कड़ी मेहनत कर रहा हैं. अद्वैत एक ऐसा प्रतिभाशाली बच्चा है जो मात्र आठ महीने की उम्र में पेटिंग के ब्रशों के साथ इस तरह कलाकारी करता है कि बड़े-बड़ों की कला उसके आगे फीका पड़ जाए.
अद्वैत इस समय प्रदर्शनी के लिए अपने कलेक्शन को पूरा करने में लगे हुआ है.उन्होंने काफी कम उम्र में पेंटिंग करना शुरू कर दिया था. मात्र आठ साल की उम्र से उन्होंने रंगों के साथ खेलना शुरू कर दिया था. अद्वैत की मां श्रुति खुद एक विजुअल डिजाइनर हैं. अद्वैत की प्रतिभा को उनके पिता ने देखा और उन्हें कैनवास थमा दिया. अद्वैत के पिता पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं.
घर की दीवारें कहती हैं कहानी
श्रुति ने पीटीआई को बताया कि हमारे घर की दीवारें अद्वैत की रचनात्मक प्रतिभा को दर्शाती हैं. अद्वैत ने उसमें कई आकार की पेंटिंग बनाई है. उन्होंने आगे कहा,"अद्वैत लंदन जाकर अपनी कला के प्रदर्शन करने और नए लोगों से मिलने के लिए बहुत ज्यादा उत्साहित है. वह अभी से सपने देख रहा है और कल्पना कर रहा है कि वहां चीजें कैसी होंगी. उसने शो के लिए कई सारी पेंटिंग्स तैयार कर ली हैं और अभी बहुत सारी और उसे बनानी हैं."
अद्वैत की मां के अनुसार अद्वैत की पेटिंग्स में एक कहानी झलकती है जोकि उसकी कल्पना होती है. उसका कैनवास महासागरों और डायनासोर जैसे रूपांकनों से भरा हुआ है, जिसमें कई प्रकार के उपकरण हैं - ब्रश, रोलर्स, स्पैटुला से लेकर उंगलियों और हाथों तक के निशान हैं क्योंकि उसे एक्सपेरिमेंट करना बहुत पसंद है.
विदेशों में भी कर चुका है प्रदर्शन
"इन कलाकृतियां में हम उसकी कल्पना की एक झलक देखते हैं. एक खूबसूरत दुनिया जहां रंग खोज के मार्ग की ओर ले जाते हैं. लंदन प्रदर्शनी उसके लिए इन रचनात्मक क्षणों को साकार करने का एक जरिया होगी. ”अद्वैत, जिन्होंने भारत और अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में अपनी पेंटिंग्स का प्रदर्शन किया है, ग्लोबल चाइल्ड प्रोडिजी अवार्ड के 2020 विजेता रह चुके हैं.
मई से शुरू होने वाली अद्वैत की कलाकृति का प्रदर्शन करने वाली गैलरी के क्यूरेटर पीटर गैग्लियार्डी ने कहा, "न्यूयॉर्क आर्टएक्सपो, लंदन आर्ट बिएननेल 2021 और दुनिया भर के शो सहित अद्वैत की पिछली सफलताओं के बाद लंदन में अद्वैत कोलारकर की पहली एकल प्रदर्शनी की मेजबानी करते हुए मुझे काफी खुशी हो रही है." प्रदर्शनी की शुरुआत 12 मई को होगी.
नई चीजों के बारें में पढ़ना और लिखना है पसंद
अद्वैत की मां श्रुति ने बताया कि अद्वैत को नई चीजों के बारे में पढ़ना और सीखना पसंद है. वह अपनी अन्य कहानी की किताबों की तरह, स्कूल शुरू होने से पहले ही अपनी सभी स्कूली किताबें पढ़ डाली. पेंटिंग करना और नई चीजें सीखना उनकी दो पसंदीदा चीजें हैं. वह अपने टाइम को बहुत अच्छे से मैनेज करता है.