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Queen Heo Hwang-ok: साउथ कोरिया का अयोध्या लिंक! भारत की एक ऐसी राजकुमारी की कहानी जिसने की थी एक कोरियाई राजा से शादी

राजकुमारी ह्वांग-ओक, जिन्हें रानी हियो ह्वांग-ओक के नाम से भी जाना जाता है, की कहानी कई किताबों में मिलती है. पौराणिक कहानी के अनुसार, एक भारतीय राजकुमारी ने एक कोरियाई राजा से शादी की थी. यह दो हजार साल पहले की बात है.

Queen Heo Hwang-ok Queen Heo Hwang-ok
हाइलाइट्स
  • सुरीरत्ना नाम की राजकुमारी बनी रानी हियो ह्वांग-ओक

  • करक साम्राज्य की पहली रानी थी हियो ह्वांग-ओक

भारत में दक्षिण कोरिया के राजदूत चांग जे बोक ने हाल ही में कहा कि दक्षिण कोरिया और भारत में अयोध्या का ऐतिहासिक महत्व है. उन्होंने यह दावा किया कि एक भारतीय राजकुमारी ने एक कोरियाई राजा से शादी की थी. दक्षिण कोरियाई राजदूत ने दावा किया कि एक पौराणिक कहानी के अनुसार, एक भारतीय राजकुमारी ने एक कोरियाई राजा से शादी की और यह दो हजार साल पहले हुआ था. 

राजकुमारी ह्वांग-ओक

राजकुमारी ह्वांग-ओक, जिन्हें रानी हियो ह्वांग-ओक के नाम से भी जाना जाता है, की कहानी कई किताबों में मिलती है. ये वही कहानी है जो भारतीय उपमहाद्वीप को दक्षिण कोरिया से जोड़ती है. हालांकि इसे ऐतिहासिक तथ्य से ज्यादा एक मिथक माना जाता है. लेकिन ये एक दिलचस्प कहानी है जो पीढ़ियों से चली आ रही है.

सुरीरत्ना नाम की राजकुमारी बनी रानी हियो ह्वांग-ओक

एक समय में भारत के प्राचीन शहर अयोध्या में, सुरीरत्ना नाम की एक खूबसूरत राजकुमारी रहती थी, जो अयुता की राजकुमारी थी. वह राजा सूर्यवर्मन और रानी मयूरचथन की बेटी थीं. एक दिन, राजकुमारी सुरीरत्ना ने एक सपना देखा जिसमें उन्होंने दूर देश से एक लाइट आते हुए देखी. इस सपने को एक संकेत मानकर राजकुमारी ने इस लाइट के स्रोत को खोजने की सोची. और इसके लिए समुद्री यात्रा पर निकलने का फैसला किया. वह अपने साथियों के साथ रवाना हुई और समुद्र के पार यात्रा की. एक लंबी और खतरनाक यात्रा के बाद, वे दक्षिण कोरिया में अब गिम्हे के तट पर पहुंचे. 

स्थानीय राजा, करक कबीले के राजा किम सुरो, राजकुमारी सुरीरत्ना की सुंदरता से मोहित हो गए थे. उन्हें वह इतनी पसंद आई कि उन्होंने उनके सामने शादी का प्रस्ताव रखा और वह मान गईं.  राजकुमारी सुरीरत्ना शादी के बाद रानी हियो ह्वांग-ओके बन गईं. 

करक साम्राज्य की पहली रानी 

इतना ही नहीं बल्कि कहा जाता है कि वे करक साम्राज्य की पहली रानी बनी थीं. रानी हियो ह्वांग-ओक और राजा किम सुरो ने मिलकर राज्य पर शासन किया और एक राजवंश की स्थापना की. कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनके दस बच्चे थे और उनके वंशजों ने कोरिया के इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. रानी हियो ह्वांग-ओक की कथा को भारत और कोरिया के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों के प्रतीक के रूप में देखा जाता है.

हालांकि, कहानी को मुख्य रूप से बिना किसी ठोस ऐतिहासिक साक्ष्य के एक किंवदंती (Legend) के रूप में माना जाता है. रानी हियो ह्वांग-ओके की कहानी दक्षिण कोरिया में असली मानी जाती है, खासकर गिम्हे में, जहां उन्हें एक महान रानी के रूप में सम्मानित किया जाता है.