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स्टडी के मुताबिक Romantic Breakup भी दे सकता है आपको भारी Trauma, जानें इससे डील करने के तरीके 

युवाओं में ब्रेकअप का प्रभाव गहरा हो सकता है. ये उनमें सुसाइड करने जैसे विचाप भी ला सकता है. अब हाल ही में इसे लेकर शोध भी हुआ है. इस स्टडी का उद्देश्य यह जांच करना था कि क्या ब्रेकअप के अनुभव पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) जैसे ही हैं? 

Romantic Breakup (Photo: Unsplash) Romantic Breakup (Photo: Unsplash)
हाइलाइट्स
  • ब्रेकअप का होता है छिपा हुआ ट्रॉमा 

  • इससे डील कर सकते हैं आप

किसी भी रिलेशनशिप में ब्रेकअप होना बड़ी आम बात है. लेकिन इससे निकलना उतनी ही बड़ी चुनौती है. Romatic ब्रेकअप का प्रभाव आपके ऊपर बाद तक रह सकता है. ये आपकी मेंटल हेल्थ को कई हद तक प्रभावित कर सकता है. कई स्टडी कहती हैं कि एक ब्रेकअप आपको जिंदगी भर का ट्रॉमा दे सकता है. 

ब्रेकअप का छिपा हुआ ट्रॉमा 

हमारे आसपास के लोग अक्सर ये सोचने लगते हैं कि यह केवल एक ब्रेकअप है. लेकिन असल में ऐसा नहीं होता है. युवाओं में ब्रेकअप का भावनात्मक प्रभाव गहरा हो सकता है. ये उनमें सुसाइडल विचार भी ला सकता है. 

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हाल ही में इसे लेकर शोध भी हुआ है. इस स्टडी का उद्देश्य यह जांच करना था कि क्या यूनिवर्सिटी के छात्रों के बीच ब्रेकअप के अनुभव पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) जैसे ही हैं? 

काफी दर्दनाक हो सकता है ब्रेकअप 

कई अध्ययनों से पता चलता है कि ब्रेकअप को संभावित रूप से दर्दनाक घटना माना जा सकता है. इसमें इतना ही दुख हो सकता है जितना किसी को चोट लगने पर होता है. हालांकि, आप ब्रेकअप से मूव-ऑन कर सकते हैं. इसके लिए कई उपाय किए जा सकते हैं-

1. मेंटल हेल्थ सपोर्ट: ब्रेकअप से उबरने में आपकी मदद एक मेंटल हेल्थ सपोर्ट कर सकता है. आपको ब्रेकअप के बारे में पता होना चाहिए. साथ ही आपको ये पता होना चाहिए कि ब्रेकअप के बाद पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर के लक्षण किया होते हैं. ट्रॉमा फोकस्ड ट्रीटमेंट, जैसे लंबे समय तक एक्सपोजर थेरेपी, फायदेमंद हो सकती है. 

2. खुलकर एक्सप्रेस करना: कई बार लोग ब्रेकअप के दर्द को तुच्छ मानकर खारिज कर देते हैं. इन अनुभवों को समझें और उन्हें खुलकर एक्सप्रेस करना जरूरी है. 

3. अपनी भावनाओं को स्वीकार करें: अपने आप को रिश्ते के नुकसान का शोक मनाने दें. अपनी भावनाओं को स्वीकार करें और यह समझना जरूरी है कि आपका दुखी होना, गुस्सा आना या कुछ समझ न आना काफी नॉर्मल है. 

4. दोस्तों की मदद लें: दोस्तों, परिवार या किसी मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट से संपर्क करें. अपनी भावनाओं के बारे में बात करने से राहत मिल सकती है.

5. खुद का ख्याल रखें: अपनी शारीरिक और भावनात्मक सेहत का ख्याल रखें. व्यायाम करें, हेल्दी भोजन करें और सुनिश्चित करें कि आपको पर्याप्त आराम मिले. 

6. चिंतन करें और सीखें: इस समय का उपयोग रिश्ते पर विचार करने और अनुभव से सीखने के लिए करें. क्या काम आया और क्या नहीं, यह समझना भविष्य के रिश्तों के लिए मूल्यवान हो सकता है.