15 साल की जानवी अपने साथ कई कीर्तिमान अभी तक जोड़ चुकी है. जानवी ने विशेष श्रेणियों में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है. 'स्केटिंग करते समय नीचे की ओर फिसलने की अद्भुत उपलब्धि' और स्केट्स पर भांगड़ा करने वाली सबसे कम उम्र की जानवी कई राष्ट्रीय और राज्य पुरस्कार अभी तक अपने नाम कर चुकी है. जानवी ने रोलर फ्रीस्टाइल में अपने पहले ही प्रयास में राष्ट्रीय स्वर्ण पदक जीता और दो बार चैंपियन रहीं हैं. फ्रीस्टाइल कैटेगरी में उन्होंने 2 कांस्य और 1 रजत अभी तक अपने नाम किए है.
पिता ने किया प्ररित
जानवी जिंदल ने गुड न्यूज़ टुडे से खास बातचीत में बताया कि जब वह महज 9 साल की थी तो शौकिया तौर पर रोलर स्केटिंग के लिए उन्होंने जिद की थी. उनकी ये जिद कब जुनून बन गई जानवी को भी नहीं पता चला. जानवी बताती है कि रोलर स्केटिंग को सीखने और सिखाने का सारा श्रेय वह अपने पिता को देती हैं जिन्होंने कभी भी उनका हौसला टूटने नहीं दिया. जानवी के पिता ने उन्हें हमेशा प्रोत्साहित और कुछ करने के लिए हमेशा प्रेरित किया.
जानवी ने बताया कि रोलर स्केटिंग करते हुए वह कई बार गिरी और चोट भी लगी लेकिन कभी भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. आज जानवी इसमें इतनी माहिर हो गई हैं कि वो रोलर स्केट्स पर ऐसे चलती हैं मानो हवा से बातें कर रही हों. जानवी कहती है कि यह सिर्फ उनके बार-बार प्रयास करने का ही नतीजा है. जानवी ने बताया कि उनका मकसद रोलर स्केटिंग में देश का मान और ऊंचा करने और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाने का है.
स्केट्स एक ऐसी कला है जो संतुलन पर आधारित है - पिता
जानवीक के पिता मुनीष जिंदल ने बताया कि जानवी को बचपन से ही एडवेंचर का शौक रहा है. बस खेल-खेल में जानवी इसको सीख गईं. मन में शुरू से ही था कि जानवी को इस तरह का कोई खेल खिलाना है जो अलग हो. पहले दिन जब शौक में जानवी ने स्केट्स पर बैलेंस किया तो मैंने उसी दिन से मन में ठान लिया कि इसी में ही जानवी को कुछ करवाना है.
डांस का भी शौक
मनीष जिंदल ने बताया कि क्योंकि जानवी को नाचने का बहुत शौक है. जब जानवी स्केटिंग करती हैं तो भांगड़े को कैसे किया जाए उसको लेकर उन्होंने इंटरनेट पर सर्च करना शुरू किया.हैरानी इस बात को लेकर हुई जब पता चला की भारत में कोई भी ऐसा नहीं है जो रुलर्स स्केटिंग करते हुए भांगड़ा कर सके. फिर इंटरनेट और यूट्यूब के माध्यम से पिता ने तमाम चीजों को सीखकर अपनी बेटी जानवी को सिखाया. मुनीष ने बताया की जानवी को एक पंजाबी कोरियोग्राफर ने भांगड़े में ट्रेन किया था जिससे वो उन बारीकियों को सीख गईं.