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Roommate Syndrome: रिलेशनशिप में क्या होता है रूममेट सिंड्रोम, इसके पनपने की खास वजहें और इससे कैसे बच सकते हैं

Roommate Syndrome: रूममेट सिंड्रोम एक ऐसी कंडीशन जो कई कपल्स के रिश्ते को प्रभावित करती है. इसकी वजह से दोनों के बीच रिश्ते में दरार आने लगती है और आपका रिश्ता ऐसा रिश्ता बनकर रह जाता है जिसमें प्यार, रोमांस के अलावा बाकी सबकुछ होता है.

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हाइलाइट्स
  • रूममेट सिंड्रोम से बाहर निकलने के तरीके

  • एक साथ क्वालिटी टाइम शेड्यूल करें

क्या आप एक ही छत के नीचे रहकर भी एक दूसरे से अंजान बने रहते हैं. अपनी अच्छी-बुरी फीलिंग अपने पार्टनर को बताने में हिचकिचाते हैं या फिर आपको लगता है कि आपके रिश्ते में अब पहले जैसी बात नहीं रही. अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है तो हो सकता है आप रूममेट सिंड्रोम से गुजर रहे हों.

रूममेट सिंड्रोम एक ऐसी कंडीशन जो कई कपल्स के रिश्ते को प्रभावित करती है. इसकी वजह से दोनों के बीच रिश्ते में दरार आने लगती है और आपका रिश्ता ऐसा रिश्ता बनकर रह जाता है जिसमें प्यार, रोमांस के अलावा बाकी सबकुछ होता है. अगर आप और आपके पार्टनर भी रूममेट सिंड्रोम का अनुभव कर रहे हैं, तो इससे निपटने की बेहद जरूरत है.

रूममेट सिंड्रोम क्या है?
रूममेट सिंड्रोम में कपल को रोमांटिक रिश्ते के बजाय रूममेट वाली फीलिंग आने लगती है. यानी आप एक छत के नीचे रहते हैं, साथ खाते-पीते हैं, अपने काम करते हैं, दूसरों की नजर में एक कपल की तरह व्यवहार करते हैं लेकिन असल में आपके रिश्ते में प्यार नदारद है. ऐसा लगने लगता है कि आप एक रूममेट की तरह रह रहे हैं जहां कोई रोमांटिक जुड़ाव या शारीरिक आकर्षण नहीं है.

रूममेट सिंड्रोम कई अलग-अलग तरीकों से दिख और महसूस हो सकता है. इसलिए रूममेट सिंड्रोम के संकेतों को पहचानना जरूरी है. 

  • रेगुलर बातचीत और एक-दूसरे की लाइफ से संबंधित अपडेट शेयर न करना.

  • एक कपल के बजाय फ्लैटमेट या रूममेट की तरह साथ रहना.

  • एक-दूसरे के प्रति देखभाल और इमोशनल अटैचमेंट की कमी.

  • एक दूसरे के प्रति जुड़ाव कम होना.

  • शारीरिक संबंधों का अभाव.

  • काम और दूसरी चीजों को ज्यादा तवज्जो देना.

  • साथ रहते हुए भी एक दूसरे को इग्नोर करना.

  • एक-दूसरे के बजाय दोस्तों के साथ ज्यादा समय बिताना.

  • एक पार्टनर का रिश्ते से बाहर किसी और से भावनात्मक जुड़ाव होना.

  • सहमति के मुद्दों पर बात करने से कतराना.

अगर आपको लगता है कि आपका रिश्ता रूममेट सिंड्रोम की तरफ बढ़ता जा रहा है तो  इस अलगाव को दूर करने और अपने रिश्ते में फिर से गर्माहट लाने के लिए आप कई कदम उठा सकते हैं.

खुलकर बात करें
किसी भी रिश्ते में ओपन कम्युनिकेशन बेहद जरूरी है, खासकर तब जब रूममेट सिंड्रोम से निपटने की कोशिश की जा रही हो. खाली वक्त में अपने पार्टनर के साथ बैठें और अपनी अपेक्षाओं, इच्छाओं पर खुलकर बात करें. एक-दूसरे की जरूरतों को समझने और इसका समाधान खोजने के लिए मिलकर कोशिश करें.

क्वालिटी टाइम स्पेंड करें
रोजमर्रा की भागदौड़ में कई बार हम अपने रिश्ते को उतनी अहमियत नहीं देते जितनी देनी चाहिए. इसलिए अगर आपका रिश्ता रूममेट सिंड्रोम से गुजर रहा हो तो एक दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करें. डेट नाइट कर जाएं. ऐसे काम करें जिनका आप दोनों आनंद लेते हैं. एक दूसरे के साथ वक्त बिताते समय फोन से दूर रहें.

रिश्ते में इंटीमेसी जगाएं
एक अच्छे रिश्ते में इंटीमेसी बेहद जरूरी होती है. यह न सिर्फ रिश्ता मजबूत करती है, बल्कि दो लोगों के बीच प्यार भी बढ़ाती है. समय के साथ जब आप किसी से जुड़ते हैं, एक-दूसरे का ख्याल रखते हैं तो इंटीमेसी अपने आप आ जाती है.

रिश्ते को कम न समझें न लें
किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए उस पर मेहनत करनी होती है. अगर आप अपने रिश्ते को कम समझेंगे और आपको लगेगा कि यह तो चल ही रहा है इस पर क्या मेहनत करें तो उसका टूटना लाजिमी है. छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखकर रिश्तों में नयापन बरकरार रख सकते हैं.