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ब्रिटेन के इस शख्स ने एक साल में नाप दिए 16 देश...लगाई 16,000 किलोमीटर की दौड़...जुटाया करोड़ों का फंड

ब्रिटेन के 27 साल के रस कुक ने मैराथन में 16 देशों की यात्रा कर ली है. इस दौरान उन्होंने 16 हजार किलोमीटर की यात्रा की जोकि 7 अप्रैल को पूरी हुई है. इस दौरान उनसे गन प्वॉइंट पर लूटपाट की गई.

Russ Cook Russ Cook

ब्रिटिश मैराथन धावक रस कुक ने 16 देशों की यात्रा के बाद रविवार को ट्यूनीशिया में अपनी पूरे अफ्रीका  की दौड़ पूरी की. इसके साथ वो अफ्रीका की पूरी यात्रा करने वाले और 16 किलोमीटर की यात्रा तय करने वाले पहले शख्स बन गए हैं. इस दौरान वो बंदूक की नोक पर लूटपाट और फूड पॉइजनिंग का भी शिकार हुए. कुक ने अपने साहसिक कार्य की शुरुआत पिछले अप्रैल में अफ्रीका के सबसे दक्षिणी बिंदु,दक्षिण अफ़्रीकी गांव एल'अगुलहास (L’Agulhas) से की थी. इस दौरान उन्होंने कुल 16,000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा की. मिशन खत्म होने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी. उन्होंने एक्स पर लिखा “मिशन पूरा हो गया." 

रास एंजेला पहुंचने से पहले 27 वर्षीय ये शख्स नामीबिया, अंगोला, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, कांगो गणराज्य, कैमरून, नाइजीरिया, बेनिन, टोगो, घाना, आइवरी कोस्ट, गिनी, सेनेगल, मॉरिटानिया और रविवार शाम अल्जीरिया से होकर गुजरा. धीरज रखने वाले एथलीट, जो खुद को "हार्डेस्ट गीज़र" कहते हैं, ने इस दौरान चैरिटी के लिए पांच लाख पाउंड से अधिक भी जुटाए हैं. उन्होंने 352 दिनों में 9,940 मील (16,000 किलोमीटर) से अधिक का रास्ता तय किया.

फंड भी जुटाए
गिवस्टार चैरिटी प्लेटफॉर्म के साइमन क्लिमा ने रॉयटर्स को बताया,"इस दौड़ का मुख्य लक्ष्य खुद को चुनौती देना और कुछ अविश्वसनीय करना है, जो 'हार्डेस्ट गीजर' के बारे में है." इस दौड़ से अब तक दो चैरिटी, सैंडब्लास्ट और रनिंग चैरिटी के लिए लगभग 600,000 पाउंड (6.30 करोड़ रुपये) जुटाए जा चुके हैं. उम्मीद है कि रस अपने फंडरेज़र से एक मिलियन पाउंड तक पहुंच जाएगा, यही लक्ष्य है." वह दक्षिणी से उत्तरी अफ्रीका तक दौड़ने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं और अपनी इस उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं.

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क्या दिक्कतें आईं?
कुक को इस दौड़ के दौरान कई सारी दिक्कतों का सामन करना पड़ा. उनसे अंगोला में बंदूक की नोक पर डकैती की कोशिश की गई. साथ ही कांगो गणराज्य में कुछ पुरुषों ने उन्हें जबरन पकड़ लिया था. कुक को वीजा से जुड़ी परेशानियों के साथ-साथ कई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें भी आईं. उन्होंने इस दौरान पहाड़ों, जंगलों और रेगिस्तान में भी दौड़ लगाई. कुक ने टारगेट पूरा करने से पहले अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों को मैसेज देकर आखिरी दिन पर इनवाइट किया था, जिसके बाद भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए हैं. कुक के इस प्रयास के दौरान कई लोगों ने उनकी हौसला-अफजाई की, जिन्हें इस यात्रा का पता सोशल मीडिया के जरिए लगा था. उन्होंने एक्स, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर पोस्ट करके लोगों के साथ इस दौड़ की जानकारी साझा की थी.