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"मूक" महिला की चौंकाने वाली सच्चाई! 16 साल तक पेंशन लेती रही, प्राइवेट डिटेक्टिव ने खोली पोल!

कई सालों तक पेंशन का भुगतान करने के बाद, बीमा कंपनी ने नियमित जांच के दौरान महिला के केस में कुछ गड़बड़ियां पकड़ीं. साल 2019 में जब कंपनी ने महिला के मेडिकल रिकॉर्ड्स खंगाले, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. 2009 के बाद महिला ने कई विशेषज्ञों- नेत्र रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ और त्वचा रोग विशेषज्ञ- से मुलाकात की थी, लेकिन किसी ने भी उसके बोलने की अक्षमता का ज़िक्र नहीं किया.

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हाइलाइट्स
  • बीमा कंपनी को हुआ शक

  • प्राइवेट डिटेक्टिव की एंट्री

स्पेन के अंडालुसिया में एक ऐसी कहानी सामने आई है, जो किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं! एक महिला, जो 16 साल से बोलने में असमर्थ होने का दावा कर सरकारी पेंशन ले रही थी, अब धोखाधड़ी के आरोप में फंस गई है. इस सनसनीखेज मामले में एक प्राइवेट डिटेक्टिव ने ऐसा खुलासा किया कि हर कोई हैरान रह गया. तो आखिर क्या है इस रहस्यमयी कहानी का सच? आइए, आपको ले चलते हैं इस क्लिकबेट न्यूज़ की रोमांचक दुनिया में, जहाँ हर मोड़ पर है एक नया ट्विस्ट!

एक दर्दनाक हादसा या साजिश की नींव?
साल 2003 में अंडालुसिया के एक सुपरमार्केट में काम करने वाली इस महिला के साथ एक ग्राहक ने हमला कर दिया. इस घटना ने महिला को मानसिक रूप से झकझोर दिया. डॉक्टरों ने उसे पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) और बोलने की क्षमता खो देने की बीमारी का शिकार बताया. इसके बाद, सोशल सिक्योरिटी ने उसे स्थायी डिसएबिलिटी पेंशन दे दी. चूंकि यह हादसा काम के दौरान हुआ था, इसलिए बीमा कंपनी को इस पेंशन का खर्च उठाना पड़ा. लेकिन यहाँ से कहानी लेती है एक नया मोड़!

बीमा कंपनी को हुआ शक
कई सालों तक पेंशन का भुगतान करने के बाद, बीमा कंपनी ने नियमित जांच के दौरान महिला के केस में कुछ गड़बड़ियां पकड़ीं. साल 2019 में जब कंपनी ने महिला के मेडिकल रिकॉर्ड्स खंगाले, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. 2009 के बाद महिला ने कई विशेषज्ञों- नेत्र रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ और त्वचा रोग विशेषज्ञ- से मुलाकात की थी, लेकिन किसी ने भी उसके बोलने की अक्षमता का जिक्र नहीं किया. यह बात कंपनी को खटकी. क्या वाकई महिला बोल नहीं सकती थी, या यह कोई बड़ा फ्रॉड था?

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प्राइवेट डिटेक्टिव की एंट्री
बीमा कंपनी ने इस रहस्य को सुलझाने के लिए एक प्राइवेट डिटेक्टिव को हायर किया. इस डिटेक्टिव ने महिला की हर गतिविधि पर नज़र रखी और जो देखा, वो किसी जासूसी थ्रिलर से कम नहीं था! डिटेक्टिव ने पाया कि यह तथाकथित "मूक" महिला न सिर्फ़ सामान्य रूप से बोलती है, बल्कि स्कूल के गेट पर दूसरी माताओं के साथ गपशप करती है, फोन पर लंबी बातें करती है और यहाँ तक कि ज़ुम्बा क्लास में भी मज़े से हिस्सा लेती है! लेकिन डिटेक्टिव को चाहिए था पक्का सबूत, और उसने इसके लिए चाल चली.

सड़क पर रंगे हाथों पकड़ी गई
एक दिन, डिटेक्टिव ने सुनियोजित तरीके से महिला से सड़क पर एक स्थानीय डिपार्टमेंट स्टोर का रास्ता पूछा. महिला ने बिना हिचकिचाए, साफ़ और सुस्पष्ट स्पैनिश में रास्ता बता दिया. लेकिन उसे क्या पता, उसकी यह बातचीत रिकॉर्ड हो रही थी! यह रिकॉर्डिंग बन गई उस धोखाधड़ी का अकाट्य सबूत, जिसने बीमा कंपनी को कानूनी लड़ाई लड़ने का हौसला दिया.

धोखे का पर्दाफाश
इस साल जनवरी में, अंडालुसिया की हाई कोर्ट ऑफ जस्टिस (TSJA) ने बीमा कंपनी के पक्ष में फैसला सुनाया. कोर्ट ने डिटेक्टिव की रिकॉर्डिंग को वैध माना और कहा कि महिला को अब पेंशन देने की जरूरत नहीं है. कोर्ट ने अपने फैसले में लिखा, "यह साबित हो चुका है कि महिला का मूकपन या तो नकली था, या फिर उसकी स्थिति में इतना सुधार हो चुका है कि वह अब पूरी तरह सामान्य है." महिला ने रिकॉर्डिंग को असंवैधानिक बताकर खारिज करने की अपील की, लेकिन कोर्ट ने इसे ठुकरा दिया.

कोर्ट के इस फैसले के बाद, महिला के खिलाफ एक नया केस खुल गया है. अब यह तय होगा कि उसे कितना जुर्माना देना होगा और क्या वह 16 साल तक ली गई पेंशन की रकम वापस करेगी. बीमा कंपनी भी संभवतः महिला पर मुकदमा करेगी, ताकि उसने जो पैसा गलत तरीके से लिया, उसे वसूला जा सके. यह मामला अब स्पेन में चर्चा का विषय बन गया है, और लोग हैरान हैं कि कोई इतने लंबे समय तक इतना बड़ा धोखा कैसे दे सकता है.