हम और आप में से कई लोग खाने के बाद टूथपिक्स का इस्तेमाल करते हैं. ये हमारे घरों में मौजूद बहुत ही कॉमन चीज है जिसका इस्तेमाल लोग दांत में फंसे खाने को निकालने के लिए किया जाता है. अब इसी टूथपिक्स को लेकर चेतावनी जारी की गई है. हालांकि ये चेतावनी भारत में नहीं बल्कि साउथ कोरिया के लोगों के लिए है.
कोरिया में टूथपिक्स खा रहे लोग
साउथ कोरिया की फूड मिनिस्ट्री ने लोगों से सावधानी बरतने को कहा है क्योंकि सोशल मीडिया पर टूथपिक्स खाने का एक अजीब चलन वायरल हो रहा है. इस वायरल ट्रेंड में लोग स्टार्च-बेस्ड टूथपिक्स को तब तक भूनते हैं जब तक कि वे चिप्स की तरह न हो जाएं और उसमें मसाला डालकर खाते हैं.
सरकार ने जारी की चेतावनी
आमतौर पर टूथपिक्स लकड़ी के बने होते हैं लेकिन दक्षिण कोरिया में ये शकरकंद याफिर मक्के के स्टार्च से बनाई जाती हैं. काफी हद तक ये बायोडिग्रेडेबल होते हैं. हालांकि ऐसे टूथपिक्स को सुंदर दिखाने के लिए फूड कलर का इस्तेमाल किया जाता है. सरकार ने अपनी चेतावनी में कहा है कि ये खाने के लिए बनाया गया आइटम नहीं है. इसलिए बहकावे में आकर ऐसे ट्रेंड को फॉलो न करें.
#녹말이쑤시개 먹는 제품이 아닙니다! ❌
— 식품의약품안전처 (@TheMFDS) January 24, 2024
녹말이쑤시개는 #위생용품 입니다!
위생용품은 성분·제조방법·용도에 대한 기준·규격에 따라 안전성이 관리되고 있으나 #식품으로서 안전성은 검증된 바 없습니다. #섭취하지마세요! ❌ pic.twitter.com/OPNMDc1ofq
मजाक में शुरू हुआ था ट्रेंड
ये ट्रेंड घरेलू चीजों को फिर से उपयोग में लाने के एक हल्के-फुल्के और रचनात्मक प्रयास के रूप में शुरू हुआ था लेकिन ये इतना खतरनाक हो जाएगा ये कोई नहीं जानता था. डॉक्टर्स स्टार्चयुक्त टूथपिक्स के सेवन से जुड़े संभावित स्वास्थ्य जोखिमों को लेकर चिंतित हैं. एक यूजर ने इस अजीब ट्रेंड पर कमेंट करते हुए लिखा- लोग प्लास्टिक क्यों खा रहे हैं? एक अन्य यूजर ने लिखा- लोगों को ये बताने की जरूरत ही क्यों पड़ रही है कि इसे नहीं खाना चाहिए. वहीं कुछ यूजर्स ने तो इसे खाते हुए वीडियो भी शेयर किया है.