

बुढ़ापे के दिनों में शरीर कमजोर होना आम बात है. ज्यादातर लोगों को चलने-फिरने में भी दिक्कत महसूस होने लगती है लेकिन हम आपको एक ऐसी दादी के बारे में बता रहे हैं, जिनकी हड्डियों में इतनी जान है कि वह 70 किलोग्राम तक वजन उठा लेती हैं. इन्हें वजन उठाते देख युवा हैरान रह जाते हैं. आज यह दादी फिटनेस की मिसाल बन गई हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं रोशनी देवी संगवान की. आइए इनके बारे में जानते हैं.
कौन-कौन है घर में
मूलतः हरियाणा की रहने वाली रोशनी देवी साल 2009 से दिल्ली में रह रही हैं. उनके तीन बच्चे हैं. दो बेटा और एक बेटी. सबसे बड़े बेटे हरियाणा में रहते हैं. छोटे बेटे दादी के साथ में दिल्ली में रहते हैं. दादी की बेटी लखनऊ में रहती हैं.
वेजीटेरियन हैं दादी
रोशनी देवी पूरी तरह से वेजीटेरियन हैं यानी शुद्ध शाकाहारी. दादी की डाइट कुछ खास नहीं है. बस वह अपने डाइट में प्रोटिन युक्त आहार का ध्यान रखती हैं. वह किसी भी रूप में प्रोटिन ज्यादा लेना चाहती हैं. दादी सीड्स का सेवन करती हैं. जैसे चिया सीड्स, फ्लेक्स सीड, पंपकिन सीड. बाकी वह समोसे वगैरह भी खाती हैं.
रोज करती हैं वर्कआउट
70 साल की रोशनी देवी अपने शरीर को फिट रखने के लिए हर दिन वर्कआउट करती हैं. वह वर्कआउट करना किसी दिन मिस नहीं करती हैं. यानी वर्कआउट करने के लिए जिम जाना है तो जाना है. जहां ज़्यादातर लोग इस उम्र में चलने-फिरने में भी दिक्कत महसूस करते हैं वहीं दादी 60-70 किलो वजन आसानी से उठा लेती हैं. इनके अगूंठे के साथ की अंगुली मुड़ती नहीं है. इसके बावजूद वह इतना ज्यादा वजन उठा लेती हैं.
क्या कहती हैं दादी
रोशनी देवी कहती हैं कि उम्र का कोई बहाना नहीं होता बेटा, अगर शरीर को स्वस्थ रखना है तो रोजाना एक्सरसाइज जरूरी है. मेरे बेटे ने मुझे सिखाया कि फिट रहना कितना जरूरी है और अब ये मेरी आदत बन चुकी है. दादी रोशनी को फिटनेस का यह जुनून उनके बेटे अजय से मिला है, जो पेशे से एक फिटनेस ट्रेनर हैं. वे अपनी मां की फिटनेस का पूरा ध्यान रखते हैं और रोजाना उनको वर्कआउट करवाते हैं.
बन चुकी हैं प्रेरणास्रोत
आज दादी रोशनी देवी सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं. जिम आने वाले बच्चे दादी को देख मोटिवेट होते हैं कि कैसे दादी इतनी उम्र में जिम आ रही हैं. वह जिम आने के साथ अपना घर-बार भी अच्छे से देख रही हैं.दादी रोशनी की यह कहानी उन सभी के लिए एक सबक है, जो उम्र का बहाना बनाकर फिटनेस से दूरी बनाए रखते हैं.