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Stylish Milkman: शौक बड़ी चीज है! ऑडी कार से घर-घर दूध की डिलीवरी करते हैं अमित भड़ाना, बैंक की नौकरी छोड़ शुरू किया यह काम

34 साल के अमित हर सुबह NCR एक चमचमाती Audi A3 Cabriolet कार से दूध की डिलीवरी देने जाते हैं.

Representational Image (AI Generated) Representational Image (AI Generated)

आजकल बहुत से युवा नौकरी न चुनकर पशुपालन, डेयरी आदि के काम से जुड़ रहे हैं. हरियाणा के फरीदाबाद में रहने वाले अमित भड़ाना की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. कभी बैंक में काम करने वाले अमित आज दूध का काम कर रहे हैं. हालांकि, अमित की चर्चा इस कारण नहीं है कि उन्होंने बैंक की नौकरी छोड़कर यह काम शुरू किया. उनकी पॉपुलैरिटी का कारण है उनकी गाड़ी जिसपर वह हर रोज लोगों के घर दूध डिलीवर करने जाते हैं. 

आपको सुनकर शायद हैरानी हो लेकिन 34 साल के अमित हर सुबह NCR एक चमचमाती Audi A3 Cabriolet कार से दूध की डिलीवरी देने जाते हैं. जींस और टी-शर्ट पहनकर अमित भड़ाना अपनी लग्ज़री कार से कस्टमर्स को रोज़ दूध पहुंचाते हैं. अपने इसी अनोखे अंदाज और शौक के कारण वह काफी फेमस हो रहे हैं. 

अमित हर रोज़ सुबह लगभग 60-70 किलोमीटर का सफर तय करते हैं, और सेक्टर 21, सैनिक कॉलोनी और एनआईटी इलाकों में करीब 120 लीटर दूध लोगों के घर तक पहुंचाते हैं. 

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कोविड से शुरू हुआ काम 
अमित की यह अनोखी यात्रा कोविड महामारी के दौरान शुरू हुई, जब उन्होंने अपने भाई की मदद के लिए दूध बांटना शुरू किया. यह काम उन्होंने अस्थायी तौर पर शुरू किया था, लेकिन अब वही अब उनके पेशे और जुनून में बदल गया है. आपको बता दें कि शुरुआत में अमित अपनी 750CC हार्ले डेविडसन बाइक से दूध पहुंचाते थे, लेकिन गर्मी बहुत ज़्यादा पड़ने पर उन्हें यह तरीका मुश्किल लगा. इसके बाद उन्होंने Audi Cabriolet को चुना क्योंकि इसकी छत खुलती और बंद होती है, जिससे वह गर्मी में भी आराम से जाकर दूध डिलीवर कर सकते हैं. 

परिवार चलाता है डेयरी फार्म
अमित का परिवार फरीदाबाद के मोहताबाद गांव में एक डेयरी फार्म चलाता है, जहां 32 गायें और 6 भैंसें हैं. उनके पिता राम अवतार सेना से रिटायर हैं और यह फार्म संभालते हैं. उनके एक भाई ललित डेयरी में मदद करते हैं और दूसरे भाई, राज सिंह इवेंट्स का काम देखते हैं. 

इस गाड़ी से मिल्क डिलीवरी करने पर अमित हर रोज़ 400 रुपये का पेट्रोल खर्च करते हैं. लेकिन फिर भी अमित किसी सस्ती गाड़ी में जाने के मूड में नहीं हैं. उनका कहना है, "दूध की हर एक डिलीवरी मेरे लिए एक राइड की तरह होती है. मैं लग्ज़री गाड़ियों का शौक भी पूरा कर रहा हूं और साथ ही, अपने परिवार के पारंपरिक काम को भी संभाल रहा हूं."

अब शहर के दूसरे इलाकों से भी उन्हें दूध की डिमांड आने लगी है. हो सकता है कि  सर्दियों में वे फिर से अपनी हार्ले बाइक से ही मिल्क डिलीवरी करें. फिलहाल वह 'स्टाइलिश मिल्कमैन' बनकर खुश हैं.