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Success Story: खेती करके इस लड़के ने खड़ी कर दी 1200 करोड़ की कंपनी, यहां काम करने वाले किसानों को भी मिलती हैं सभी सुविधाएं

राजस्थान के रहने वाले ऋतुराज शर्मा ने 2020 में अपने को-फाउंडर कृष्णा जोशी के साथ मिलकर Zettafarms नाम की एक कॉर्पोरेट कंपनी खोली. जो कॉन्ट्रैक्ट बेस या फिर लीज पर जमीन लेकर उसमें अनाज, फल और सब्जियां उगाती है.

Zetta farms Zetta farms

किसान हमारे देश की असली ताकत हैं. किसान खेतों में कड़ी मेहनत करते हैं और हमारे देश की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान देते हैं, लेकिन अगर आज लोगों से पूछा जाए कि वो पढ़-लिखकर किसान बनना चाहेंगे? तो ज्यादातर लोग इस बात से मना कर देंगे. अक्सर लोग यही सोचते हैं कि यह ट्रेडिशनल काम है, जिसमें ज्यादा मुनाफा नहीं होता. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताएंगे, जिन्होंने बीटेक और एमबीए करने के बाद खेती- किसानी में कदम रखा और इन धारणाओं को गलत साबित कर दिया. हम बात कर रहे हैं ऋतुराज  शर्मा की. ऋतुराज ने गुड़गांव में Zettafarms नाम के एक स्टार्टअप की शुरुआत की. इस कंपनी से ऋतुराज ने महज 3 साल में 33 करोड़ की कमाई कर ली है.

क्या है Zettafarms?
राजस्थान के रहने वाले ऋतुराज शर्मा ने 2020 में अपने को-फाउंडर कृष्णा जोशी के साथ मिलकर Zettafarms नाम की एक कॉर्पोरेट कंपनी खोली. जो कॉन्ट्रैक्ट बेस या फिर लीज पर जमीन लेकर उसमें अनाज, फल और सब्जियां उगाती है. इसमें काम करने वाले किसानों को भी कॉर्पोरेट एंप्लॉइज की तरह ही समय पर सैलरी और अन्य सभी सुविधाएं दी जाती हैं. ये कंपनी एग्रीकल्चर फील्ड में सफलता की नई कहानी लिख रही है.

कितने राज्यों में फैली है Zettafarms?
शुरू में ऋतुराज ने सिर्फ 2 एकड़ खेती से काम शुरू किया और धीरे-धीरे कॉन्ट्रैक्ट पर खेत लेकर अपना बिजनेस बढ़ाते चले गए. आज उनका कारोबार मध्यप्रदेश, राजस्थान, ओडिशा सहित देश के 15 राज्यों में फैल चुका है. ये कंपनी किसी व्यक्ति से कम से कम 50 एकड़ और ग्रुप से 100 एकड़ जमीन लीज पर लेते हैं. ऋतुराज की कंपनी ने पहले साल में सिर्फ 1 लाख रुपये का प्रॉफिट कमाया लेकिन फिर तेजी से काम बढ़ाया और आज 20 हजार एकड़ जमीन पर खेती कर रहे हैं जिसमें वो करीब 60 फसलें उगाते हैं. फसलों में वो गेंहू, चना धान, दालें, सब्जियां, फल, चाय-कॉफी के बागान से लेकर हर तरह की खेती करते हैं.

Zettafarms को कहां से मिलती है फंडिंग?
Zettafarms के लिए जरूरी फंडिंग ऋतुराज अपनी दूसरी कंपनी Growpital से करते हैं. यह एक फंडिंग कंपनी है, जो लोगों से निवेश लेकर खेती और कृषि से जुड़े प्रोजेक्ट्स में लगाती है. इस तरह Growpital से फंडिंग ले कर Zettafarms का विस्तार किया जा रहा है. Growpital से मिली इस आर्थिक सहायता से Zettafarms को एक बड़े बिजनेस मॉडल में बदलने में मदद मिल रही है, और यह मॉडल खेती को मुनाफे वाला बिजनेस बनाने में मदद कर रही है.

Zetta farms
Zetta farms


खेती को बना दिया सफल बिजनेस
Zettafarms का मुख्य उद्देश्य खेती को प्रॉफिटेबल बिजनेस में बदलना है. इसके लिए यह कंपनी देश के अलग-अलग हिस्सों में जमीन किराए पर लेकर खेती कर रही हैं. ताकि अगर देश के किसी हिस्से में प्राकृतिक आपदा के चलते अगर कोई फसल खराब भी हो जाती है, तो उसका भुगतान देश के दूसरे हिस्से से आने वाली खेती से पूरा किया जा सके.

ऋतुराज  के मुताबिक खेती में अगर  बिजनेस, इकॉनोमिक्स, मैथ्स, साइंस आदि का समावेश हो, तो खेती को प्रॉफिटेबल बिजनेस में बदला जा सकता है.

खेती के लिए वो नई तकनीक का इस्तेमाल करते हैं जिसमें सॉइल टेस्टिंग से लेकर बाकी जरूरी जानकारी इकठ्ठा करते हैं. तकनीक में वो मौसम के एप और क्रॉप मॉनिटरिंग समेत कई तरह के डेटा एनालिटिक्स का प्रयोग करते हैं.

Zettafarms जरूरत के मुताबिक सिंचाई तकनीक का प्रयोग करते हैं, अगर कहीं ड्रिप इरिगेशन की जरूरत है तो वहां वैसे काम होता है. इसके अलावा कहीं पानी कम है तो कम पानी वाली फसल उगाने वाले प्लान पर काम करते हैं.

दवा, खाद या पेस्टीसाइड का इस्तेमाल करने में भी वो पेस्ट मैनेजमेंट तरीका अपनाते हैं जिससे खर्च कम होता है और खेती में कम केमिकल यूज होते हैं. Zettafarms सस्टेनेबल खेती को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रहे हैं.

करोड़ों का मुनाफा कमा रही है Zettafarms
Zettafarms अच्छा मुनाफा कमा रही है. इस कंपनी ने पहले साल में सिर्फ 1 लाख रुपये का प्रॉफिट कमाया लेकिन फिर तेजी से काम बढ़ाया और इस कंपनी ने 2022 में 22 करोड़ रुपये का रेवेन्यू अर्न किया था, वहीं 2023 में यह आंकड़ा 55 करोड़ तक पहुंच गया था. वर्तमान में ये आकड़ा 70 करोड़ के आस पास है. इन टोटल ये आकड़ा 130 करोड़ पहुंच गया है. बात करें इस कंपनी के टोटल वैल्युएशन की तो ये 1200 करोड़ हो गया है.

क्या है Zettafarms का आगे का प्लान?
ऋतुराज शर्मा का कहना है कि खेती को भी एक सफल बिजनेस की तरह सभी के सामने लाने की कोशिश है और अपने बिजनेस मॉडल से वो लोगों को ये बताना चाहते हैं कि लोग खेती से भी करोड़ों कमा सकते हैं. जिस तरह लोगों को IT, फाइनेंस और दूसरे सेक्टर्स और इनमें नौकरी करना एक गर्व की बात समझते हैं वैसे ही लोगों को खेती, किसान में वो सम्मान का भाव आए. ऋतुराज अगले 2030 तक 50 हजार एकड़ में खेती करने के विजन को पूरा करने में जुटे हैं.