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सुरक्षा के साथ फिटनेस भी: साइकिल पर सवार होकर रात के समय गश्त लगा रहे हैं ये पुलिस अधिकारी

सूरत शहर में पुलिस का अनोखा अंदाज सामने आया है. पुलिस कमिश्नर सहित सभी पुलिसकर्मी साइकिल पर पेट्रोलिंग करते नजर आ रहे हैं. इससे उनका उद्देश्य आम लोगों से जुड़ना और स्वास्थ्य को भी ठीक रखना है.

Surat Police Petrolling on Cycle Surat Police Petrolling on Cycle
हाइलाइट्स
  • साइकिल पर गश्त लगा रही पुलिस

  • सुरक्षा के साथ फिटनेस भी है गोल

एक समय था जब बहुत साधन और वाहन नही हुआ करते थे तो देश भर में पुलिस साइकिल पर गश्त लगाया करती थी. हालांकि अब एक से एक एडवांस वाहन पुलिस के पास है. पर फिर भी गुजरात के सूरत में पुलिस अधिकारी एक बार फिर साइकिल पर गश्त लगाते दिखे. 

यह सुनकर आपको ताज्जुब ज़रूर लग रहा होगा मगर यह सच है. सूरत के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर अपने अधिकारियों और पुलिस कर्मचारियों के साथ रात के समय गश्त लगाने के लिए साइकिल पर निकल पड़ते हैं. 

साइकिल पर गश्त लगा रही पुलिस

ख़ाकी वर्दी उतार कर ट्रेक पेंट और टीशर्ट में इन पुलिस अधिकारियों को पहचानना ज़रा मुश्किल है. सूरत के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर साइकिल पर सवार होकर अपने सरकारी आवास से बाहर निकलते है और फिर उनके पीछे-पीछे शहर के डीसीपी, एसीपी, और सिपाही सहित तमाम पुलिसकर्मी उनके पीछे साइकिल पर सवार होकर रात की गश्त के लिए निकल पड़ते हैं. 

सोमवार की रात को सूरत के पुलिस कमिश्नर ने शहर के विविध थाना क्षेत्रों में 45 किलोमीटर का रूट साइकिल पर गश्त लगाने के लिए तैयार किया था. पुलिस ने सूरत शहर के अलग अलग थाना क्षेत्रों के साइकिल पर गश्त लगाने हेतु वे स्थान चुने जहां आपराधिक वारदातें ज़्यादा होती हैं. 

आम लोगों से बढ़ेगी बातचीत

पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर ने बताया कि पुलिस अलग-अलग वाहनो के ज़रिए पेट्रोलिंग करती है. पर साइकिल शानदार वाहन है क्योंकि इससे सब जगह नज़र रखी जा सकती है. साइकिल पर पुलिस के निकलने से लोग पुलिस के नज़दीक आ सकते है. 

पुलिस की साइकिल पेट्रोलिंग में सामान्य लोग भी अपनी-अपनी साइकिल पर सवार होकर जुड़ सकते है. जिससे पुलिस और पब्लिक की दूरियां घटेंगी और साथ ही साइक्लिंग से स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा. 

सूरत शहर में होने वाले अपराधों को कंट्रोल करने के लिए पुलिस लगातार अपराधियों पर नकेल कसने में जुटी रहती है. ताकि अपराधियों में पुलिस का खौफ कायम रहे और सामान्य लोग भय मुक्त होकर सुरक्षित जीवन जिएं. 

(संजय सिंह राठौर की रिपोर्ट)