
दक्षिणी चीन के फ़ुजियान प्रांत में एक महिला की फिल्मी स्टाइल में डिलीवरी हुई, ये डिलीवरी किसी और ने नहीं बल्कि उसी के टीनएजर बच्चे ने कराई. मामला दक्षिण-पूर्वी चीन के फ़ुजियान प्रांत का है. जब महिला को लेबर पेन हुआ तो वह जोर-जोर से चीखने लगी. उस दौरान महिला का पति घर पर नहीं था. ऐसे में उसके 13 साल के बेटे ने एकदम थ्री इडियट्स स्टाइल में अपनी मां की डिलीवरी में मदद की.
13 साल के बच्चे ने कराई मां की डिलीवरी
चीन के एक इमरजेंसी सेंटर में ड्यूटी पर तैनात पैरामेडिक चेन चाओशुन को शिफ्ट खत्म होने से ठीक पहले एक कॉल आया. सामने कॉल पर एक 13 साल का लड़का था. लड़के ने बताया कि उसकी 37 सप्ताह की गर्भवती मां को डिलीवरी पेन शुरू हो गया है और वह बहुत दर्द में हैं. महिला की पानी की थैली फट गई थी, जिसकी वजह से वो हिल भी नहीं पा रही थी और जोर-जोर से चिल्ला रही थी.
मां को नॉर्मल करने में मदद की
चेन चाओशुन एमरजेंसी में निकल पड़े लेकिन इस दौरान वो बच्चे को फोन पर लगातार बताते रहे कि कैसे उसे अपनी मां के साथ रहना है, और डिलीवरी में मदद करनी है. बच्चे ने चेन को बताया था कि उसे बेबी का सिर बाहर की तरफ दिख रहा है. चेन ने जैसे-जैसे लड़के ने फोन पर बताया, बच्चे ने एकदम वैसा ही किया और अपनी मां को नॉर्मल करने में मदद की.
वायरल है मां-बेटे की ये स्टोरी
जब प्लेसेंटा काटने का टाइम आया तो लड़के को घर पर साफ रस्सी या जूते का फीता नहीं मिला, इसलिए चेन ने उसे मास्क का पट्टा इस्तेमाल करने के लिए कहा ताकि नवजात शिशु को ब्लीडिंग या इंपेक्शन से बचाया जा सके. एम्बुलेंस के आने के बाद मा और बच्चे को अस्पताल ले जाया गया. दोनों अब स्वस्थ हैं. यह स्टोरी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है.
पति को ठहराया गैरजिम्मेदार
एक यूजर ने लिखा, ऐसे मुश्किल समय में बच्चा शांत रहा और डॉक्टर की बात सुनी, उसने अपनी मां और भाई को बचा लिया!" एक अन्य यूजर ने लिखा, ये लड़का गर्व से अपने छोटे भाई को बता सकता है कि वो ही उसे इस दुनिया में लाया है." एक अन्य यूजर ने लिखा, मां को अपने बेटे को मनोवैज्ञानिक के पास ले जाना चाहिए ताकि उसे इस ट्रॉमा से निपटने में मदद मिल सके. वहीं कुछ यूजर्स ने महिला के पति और ससुराल वालों को गैरजिम्मेदार बताया.
पूर्वी चीन के शांदोंग की डिलीवरी नर्स झांग फांजू ने बताया कि इमरजेंसी डिलीवरी तब होती है जब सामान्य पेट दर्द की शुरुआत से डिलीवरी तक का समय तीन घंटे से कम होता है. जो महिलाएं पहले भी बच्चे को जन्म दे चुकी हैं, उन्हें यह अनुभव होने की अधिक संभावना होती है.