
देश के कई हिस्से भारी बारिश के कारण जलमग्न हो चुके हैं. कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. तेलंगाना में भी लोग बारिश और बाढ़ का कहर झेल रहे हैं. बाढ़ की चपेट में आए इलाकों में NDRF की टीमें लगातार बचाव कर रही हैं. लेकिन इस मौके पर बहुत से आम नागरिक भी देवदूत बनकर सामने आए हैं.
यह कहानी है बरगमपद के 36 वर्षीय किसान गोनेला सतीश कुमार की, जो अब तक कई जानें बचा चुके हैं. गोदावरी नदी इन दिनों उफान पर है और इस कारण इलाके में बाढ़ का प्रकोप है. ऐसे में, पानी में फंसे कई लोगों की जान बचाने के लिए सतीश ने अपनी जान दांव पर लगा दी.
9 लोगों को बहने से बचाया
ऐसे समय में जब अधिकारी भी बाढ़ में फंसे या बह गए लोगों को बचाने के लिए पानी में जाने से हिचक रहे थे तो सतीश कुमार ने आगे आकर लोगों को बचाया. उनकी वीरता से प्रभावित होकर एनडीआरएफ की टीमों और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक वाई नागी रेड्डी ने उनकी प्रशंसा की.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक सतीश कुमार का एक छोटा-सा परिवार है - उनकी पत्नी और दो बेटे. जीवन में सब अच्छा था लेकिन पिछले कुछ दिनों में गोदावरी के पानी ने तबाही मचा दी. बाढ़ के कारण लोगों को अपना घर छोड़कर दूसरी जगहों पर शरण लेनी पड़ी. इस दौरान राहत केंद्र जाते समय एक नाव पलट गई और लोग बहने लगे. सतीश ने तुरंत पानी में कूदकर 9 लोगों को बहने से बचाया.
1500 लोगों को सुरक्षित निकाला
सतीश ने इस पूरे समय बहुत सूझ-बूझ दिखाई. जैसे ही बाढ़ का पानी उनके गांव के घरों में घुसने लगा, सतीश ने अपना ट्रैक्टर निकाला और लगभग 1,500 लोगों को राहत केंद्रों में पहुंचाया. उन्होंने एनडीआरएफ की टीमों के साथ मिलकर पीड़ितों को लॉरियों से लक्ष्मीपुरम और बंजारा गांव पहुंचाने का काम किया.