हाल ही में, चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से 157 भारतीय और 29 भूटानी कैडेट ग्रेजुएट हुए. इस बैच में लेफ्टिनेंट अजय सिंह गिल ने क्लास टॉप की और उन्हें स्वॉर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया. उनके जुड़वां भाई अर्जुन सिंह को छह महीने बाद इसी अकादमी से कमीशन दिया जाएगा. आपको बता दें कि इन जुड़वां बच्चों का जन्म 2001 में सेना दिवस (15 जनवरी) को हुआ था.
हालांकि, अजय सिंह की कहानी इसलिए दिलचस्प है क्योंकि एक समय था जब वह स्कूल के बाद पिज़्ज़ा डिलीवरी का काम करते थे. पंजाब के पठानकोट जिले के रहने वाले अजय सिंह ने यह मुकाम बहुत मेहनत से हासिल किया है.
माता-पिता का सपना किया पूरा
टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए अजय सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने माता-पिता के सपने को पूरा किया है. उनकी मां ने उन्हें हमेा आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने और उनके भाई ने लगातार कड़ी मेहनत की और आज इतने बड़े मुकाम पर हैं. अजय का कहना है कि जब वह एसएससी-115 कोर्स के हिस्से के रूप में ओटीए चेन्नई में शामिल हुए तो यह एक सपने के सच होने जैसा था.
वहीं उनका भाई ने एसएससी-116 कोर्स का हिस्सा है. लेफ्टिनेंट अजय सिंह गिल इस बात से ज्यादा खुश नहीं हो सकते थे कि उनके माता-पिता ने उनके कंधों पर सितारे लगाए.
15 साल की उम्र से किया काम
कुमाऊं रेजिमेंट में तैनात अजय ने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे. वह एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं और कुछ साल पहले उनके पिता के बिजनेस पार्टनर ने धोखा दिया जिससे घर की आर्थिक हालत खराब हो गई. अजय ने तब सिर्फ 15 साल की उम्र में, अपने माता-पिता का सपोर्ट करने के लिए स्कूल के बाद पिज्जा डिलीवरी बॉय के रूप में काम किया.
वह अपने पिता को एक पिकअप ट्रक से सामान लोड और अनलोड करने में भी मदद करते थे. और इस सबके साथ पढ़ाई पर भी ध्यान दिया.