हर बच्चे की शारीरिक सरंचना अलग होती है. कोई बच्चा हेल्दी होता है तो कोई पतला-दुबला. लेकिन अगर बच्चे की हाइट अपनी उम्र के हिसाब से कम है, तो यह परिवार वालों की चिंता का कारण बन सकता है. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्विस (NFHS-4) के आंकड़ों के मुताबिक भारत के बच्चे दुनिया में सबसे कम लंबाई के होते हैं. कम लंबाई के लिए सिर्फ जीन जिम्मेदार नहीं होते बल्कि खान-पान की बहुत बड़ी भूमिका है. बच्चों की हाइट के लिए भोजन का पौष्टिक होना बहुत आवश्यक है. अगर बच्चों की हाइट नहीं बढ़ रही है तो संतुलित डाइट और कुछ एक्सरसाइज से इसे बढ़ाया जा सकता है. आज हम कुछ ऐसे तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके बच्चे की हाइट बढ़ाने में काम आ सकते हैं.
हैंगिंग एक्सरसाइज
हाइट बढ़ाने के लिए लटकना सबसे बेहतरीन एक्सरसाइज है. ये एक्सरसाइज शरीर के ऊपरी हिस्से की मांसपेशियों को उत्तेजित करती है. इससे बॉडी को टोन करने और शेप देने में भी मदद मिलती है. टोन और शेप आने से हाइट बढ़ाने में भी मदद मिल सकती है.
अच्छी नींद
बच्चों के लिए कम से कम 10 से 12 घंटे की नींद बेहद जरूरी है, इसलिए बच्चे को रात में जल्दी सुलाने की कोशिश करें. सही आराम बच्चे की हाइट के लिए बहुत जरूरी है.
रस्सी कूदना
रस्सी कूदना एक बहुत ही फायदेमंद एक्टिविटी है. इस एक्टिविटी से हाइट बढ़ाने में काफी मदद मिलती है. कूदने से सिर से लेकर पैर तक की कोशिकाएं ट्रिगर होती हैं और एक्टिव भी होती हैं. इस तरह की एक्सरसाइज बॉडी की ग्रोथ और हाइट तो बढ़ाती ही है साथ ही आपको फिट भी रखती है.
टो टचिंग
अगर आपके बच्चे की हाइट नहीं बढ़ रही है तो उससे टो टचिंग एक्सरसाइज करने के लिए कहें. ये एक्सरसाइज करने से उसकी हाइट जल्दी बढ़ जाएगी. पीठ और पिंडलियों की मांसपेशियों को उत्तेजित करने के लिए टो टचिंग सबसे आसान एक्सरसाइज है.
योग
लंबाई बढ़ाने के लिए योग भी बहुत फायदेमंद है. लंबाई बढ़ाने के लिए कुछ विशेष आसन होते हैं जैसे - त्रिकोणासन, भुजंगासन, सुखासन, वृक्षासन, नटराजासन व सूर्य नमस्कार. इन्हें करने से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और लंबाई बढ़ाने वाले हॉर्मोंस एक्टिव होते हैं.
प्रोटीन युक्त आहार
हाइट बढ़ाने के लिए सही पोषण जरूरी है. बच्चे के खाने में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट और कई तरह के विटामिन होने चाहिए. बच्चे की ग्रोथ के लिए जिंक जरूरी होता है इसलिए बच्चे को बीज और मूंगफली खाने को दें. बच्चे के आहार में ज्यादा से ज्यादा दालें, सोयाबीन, डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल करें.