
लोन का पांच लाख रुपए देने से बचने के लिए एक युवक ने खुद के अपहरण की फर्जी कहानी रची. परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू की तो मामला कुछ और ही निकला. आरोपी युवक को महाराष्ट्र के पुणे से पकड़ा गया है और पुलिस को बेवजह परेशान करने के आरोप में FIR भी की गई है.
भदोही जिले के चौरी थाना का है मामला
यह मामला भदोही जिले के चौरी थाना क्षेत्र के भाला की है. भाला का रहने वाला प्रदीप चौहान बैंक एजेंट है. वह बीते सात मार्च को वाराणसी गया था लेकिन वापस नहीं लौटा. इसके बाद परिजनों को प्रदीप चौहान के व्हाट्सएप से मैसेज मिला की उसका अपहरण हो गया है और इसके लिए पैसे की डिमांड की गई. परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी.
जांच में जुटी क्राइम ब्रांच और थाने की पुलिस टीम ने बनारस रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इससे पता चला कि युवक ट्रेन से उतर कर एक मोबाइल के दुकान पर गया और वहां से दूसरा सिमकार्ड लेकर उसके इंटरनेट का उपयोग करते हुए अपने परिजनों को खुद के अपहरण होने की झूठी सूचना दी और वहां से पुणे चला गया.
बैंक एजेंट प्रदीप पर पांच लाख का लोन
जांच में जुटी पुलिस को मोबाइल नंबर का लोकेशन पुणे मिला जहां पहुंची पुलिस ने बैंक मित्र को अपने साथ ले आई और झूठी सूचना देकर परिजन और पुलिस को परेशान करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया. पुलिस ने बताया कि बैंक एजेंट प्रदीप पर फाइनेंस कंपनी से पांच लाख का लोन है और उसी के लिए उसने छुपने के लिए इस तरफ की फर्जी अपहरण की कहानी रची. वह अपने परिजनों को बता रहा था कि कुछ लोग उसका अपहरण कर लिए हैं और उसे नहीं छोड़ रहे हैं.
ऐसे पुलिस ने पकड़ी फर्जी अपहरण की कहानी
एसपी भदोही अभिमन्यु मांगलिक ने बताया, बीते 7 मार्च को प्रदीप चौहान को उनके परिजनों ने बनारस में ट्रेन पर बिठाया और बाद में प्रदीप के ही फोन से सूचना दी गई कि उसकी किडनैपिंग हो गई है. क्राइम ब्रांच और पुलिस ने जांच शुरू की. स्टेशन पर लगे सीसीटीवी को खंगाला गया तो पता चला कि युवक ट्रेन से उतरकर एक मोबाइल की दुकान पर गया और वहां से दूसरा सिम लेकर उसके इंटरनेट के जरिए व्हाट्सएप कॉल के जरिए परिजनों को बताया कि उसका अपहरण हो गया है और पैसे की भी डिमांड की.
आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है
उन्होंने बताया युवक बैंक एजेंट है और इसके ऊपर कर्ज है उसी से बचने के लिए इसने यह काम किया. यह पुणे में था और वहां अपने एक परिचित किया रह रहा था. पुणे की डीपी से संपर्क किया और इसके लोकेशन को ट्रेस करने के बाद इसे वहां से रिकवर किया गया. आज ही सुबह पुलिस इसे लेकर भदोही पहुंची है. अपहरण की झूठी सूचना देकर परिजनों और पुलिस को परेशान करने के मामले में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर इसे गिरफ्तार किया गया है और न्यायालय में पेश किया जाएगा.
महेश जैसवाल की रिपोर्ट