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ट्रेन कोच अटेंडेंट ने पेश की ईमानदारी की मिसाल, वापस किया गहनों से भरा बैग

पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर कोच अटेन्डेंट ने ईमानदारी की ऐसी मिसाल पेश की कि हर तरफ उनकी तारीफ हो रही है. मामला गाजीपुर से आई ट्रेन के फर्स्ट एसी कोच में यात्रा करने वाले रोहित कुमार का था.

पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर कोच अटेन्डेंट ने ईमानदारी की ऐसी मिसाल पेश की कि हर तरफ उनती तारीफ हो रही है. मामला आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर गाजीपुर से आई ट्रेन के फर्स्ट एसी कोच में यात्रा करने वाले रोहित कुमार का था. दरअसल गुरुग्राम सेक्टर-10 निवासी रोहित कुमार का गहनों से भरा बैग ट्रेन में छूट गया था. जैसे ही ये बैग कोच अटेंडेंट को मिला, उन्होंने इसे रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को सौंप दिया. जांच-पड़ताल करने पर पता चला कि बैग रोहित कुमार का है, जोकि अपनी पत्नी व बच्चे के साथ एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने के बाद गाजीपुर से लौटे थे.

ट्रेन में छूटा गहनों से भरा बैग
रोहित कनाडा में नौकरी करते हैं. बैग उनके भाई को सौंप दिया गया है. गहनों की कीमत करीब 20 लाख रुपये बताई गई है. ईमानदारी बरतने वाले कोच अटेंडेंट जयप्रकाश को सम्मानित किया जाएगा. यात्री रोहित कुमार अपनी पत्नी अर्चना सिंह और बच्चे के साथ गाजीपुर सिटी-आनंद विहार सुहेलदेव एक्सप्रेस के एसी कोच में सवार थे. आनंद विहार रेलवे स्टेशन आने पर वह पत्नी और बच्चे के साथ उतर कर चले गए लेकिन उनका एक बैग कोच में ही छूट गया.

भाई को सौंपा गया बैग
कोच अटेंडेंट जयप्रकाश को यह बैग मिल गया. उसमें कीमती सामान देख जयप्रकाश ने बैग को आरपीएफ के हवाले कर दिया. रिजर्वेशन लिस्ट से यात्री का नाम पता किया गया और बाकी जानकारी के आधार पर उनसे संपर्क किया गया. तब तक वह कनाडा के लिए परिवार सहित निकल गए थे. उनके भाई परमेश्वर को आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर पड़ताल के बाद गहनों से भरा बैग सौंप दिया गया.

(रोहताश यादव की रिपोर्ट)