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दो दोस्तों की एक ही मंडप में शादी! युनूस का निकाह पढ़ा गया, तो सौरभ ने लिए सात फेरे, रिसेप्शन भी हुआ साथ

दोनों परिवारों ने एक दूसरे के लिए जिम्मेदारी निभाई. युनूस का निकाह और बारात का आयोजन विश्वजीत चक्रवर्ती और उनके परिवार ने किया, जबकि सौरभ की शादी के लिए सारी जिम्मेदारी अब्दुल रऊफ और उनके परिवार ने संभाली. शादी के कार्यक्रम में शामिल होने वाले मेहमानों का कहना है कि यह वाकई एक अनोखी शादी थी, जिसे उन्होंने पहली बार देखा.

दो दोस्तों की शादी दो दोस्तों की शादी

दोस्ती की मिसाल पेश करने वाले दो दोस्तों ने एक ही मंडप में अपने बेटों की शादी की. यह कहानी दोस्ती, पारिवारिक संबंध और जीवन की एक नई शुरुआत की है. कोटा के दो दोस्तों, अब्दुल रऊफ और विश्वजीत चक्रवर्ती ने 40 वर्षों की अपनी मित्रता को संजोते हुए अपने बेटों की शादी एक साथ, एक ही मंडप में करने का अनोखा फैसला लिया.

बात करें इन शादियों की तो खास बात यह रही कि अब्दुल रऊफ के बेटे युनूस परवेज अंसारी का निकाह उसी मंडप में पढ़ा गया, जिसमें विश्वजीत चक्रवर्ती के बेटे सौरभ ने सनातन विधि से सात फेरे लिए. दोनों परिवारों की पुरानी दोस्ती और व्यापारिक साझेदारी ने इस शादी को और भी खास बना दिया. बचपन में पड़ोसी रहे ये दोनों परिवार एक ही मोहल्ले में रहते थे, और जब मकान बनाने का वक्त आया तो इन्होंने पास-पास घर बनाए थे.

दोस्ती का धर्म निभाते हुए दोनों परिवारों ने की शादी की तैयारी
दोनों परिवारों के बीच 40 साल से चली आ रही दोस्ती का यह सिलसिला अब इन दोनों बेटों के साथ जारी है. जब युनूस और सौरभ की शादी की बात आई, तो दोनों परिवारों ने मिलकर यह तय किया कि क्यों न इनकी शादी एक साथ, एक ही मंडप में की जाए. शादी का कार्ड भी एक ही छपा और इसके बाद यह अनोखी शादी एक शानदार आयोजन बन गई.

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17 अप्रैल को युनूस का निकाह फरहीन अंसारी के साथ हुआ. 18 अप्रैल को सौरभ ने श्रेष्ठा राय के साथ सात फेरे लिए. 19 अप्रैल को दोनों परिवारों का चंद्रेसल रोड, काला तालाब स्थित रिसोर्ट में एक साथ रिसेप्शन हुआ.

दोस्ती का प्यार और जिम्मेदारी
दोनों परिवारों ने एक दूसरे के लिए जिम्मेदारी निभाई. युनूस का निकाह और बारात का आयोजन विश्वजीत चक्रवर्ती और उनके परिवार ने किया, जबकि सौरभ की शादी के लिए सारी जिम्मेदारी अब्दुल रऊफ और उनके परिवार ने संभाली. शादी के कार्यक्रम में शामिल होने वाले मेहमानों का कहना है कि यह वाकई एक अनोखी शादी थी, जिसे उन्होंने पहली बार देखा. शादी का कार्ड मिलने से लेकर कार्यक्रम में शरीक होने तक लोगों में उत्सुकता बनी रही, और जब यह अनोखी शादी संपन्न हुई, तो यह निश्चित ही एक यादगार पल बन गया.

(चेतन गुर्जर की रिपोर्ट)