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Uttarakhand: बहादुरी की मिसाल! Champawat में सहेली को बचाने के लिए टाइगर से भिड़ गईं दो महिलाएं, लाठी और दरांती से बाघ को भगाया

उत्तराखंड के चंपावत जिले के जंगल में दो महिलाओं ने टाइगर से अपनी सहेली की जान बचाई. टाइगर महिला को जंगल में 40 मीटर घसीटकर ले गया था. लेकिन उसकी दो सहेलियां टाइगर से भिड़ गईं और उसकी जान बचा ली.

चंपावत में दो महिलाओं ने टाइगर से अपनी सहेली को बचाया. चंपावत में दो महिलाओं ने टाइगर से अपनी सहेली को बचाया.

उत्तराखंड के चंपावत में दो महिलाओं ने बहादुरी की मिसाल पेश की. दोनों महिलाएं एक टाइगर से भिड़ गई और अपनी सहेली को मौत के मुंह से खींच निकाला. ये वाक्या बून फॉरेस्ट रेंज का है, जहां तीनों महिलाएं चारा इकट्ठा कर रही थीं. तभी एक टाइगर ने उनपर हमला कर दिया. टाइगर एक महिला को जंगल में 40 मीटर अंदर लेकर चला गया था. लेकिन दो महिलाओं ने हिम्मत से काम लिया और अपने सहेली की जान बचाई.

महिला को जंगल में घसीटकर ले गया टाइगर-
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 36 साल की गीता देवी और जानकी देवी अपनी सहेली 37 साल की पार्वती देवी के साथ चारा इकट्ठा करने जंगल में गई थी. उस दौरान जंगल में एक टाइगर घात लगाकर बैठा था. टाइगर ने गीता देवी पर हमला कर दिया और उनको जंगल में 40 मीटर भीतर घसीटकर ले गया. 

लाठी और दरांती से टाइगर को भगाया-
रिपोर्ट के मुताबिक बून फॉरेंस्ट रेंजर गुलजार हुसैन ने बताया कि जब बाघ एक महिला को खींचकर जंगल में ले गया तो दो महिलाओं ने उसपर हमला कर दिया. दोनों महिलाओं ने लाठी और दरांती से टाइगर का मुकाबला किया. इसके बाद महिलाओं ने हताशा में टाइगर पर पत्थर से हमला किया. इसके बाद टाइगर जख्मी गीता को छोड़कर जंगल में भाग गया. 

खतरे से बाहर है जख्मी महिला-
जख्मी महिला को टनकपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिलहाल उनकी हालत ठीक है. रिपोर्ट के मुताबिक अस्पताल के डॉक्टर मोहम्मद आफताब ने बताया कि उनके सिर में चोट लगी है और 24 टांके लगे हैं. लेकिन अब वो खतरे से बाहर हैं. बाद में गीता को सीटी स्कैन और आगे के इलाज के लिए हल्द्वानी के हायर मेडिकल सेंटर में रेफर कर दिया गया.

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