
यूके में पहली बार 'साइबर-फ़ार्टिंग' (साइबर पाद) का मामला सामने आया है. इस अजीबो गरीब मामले में 25 वर्षीय महिला ने अपना अपराध स्वीकार किया. इस महिला का नाम रियानोन इवांस है. इवांस को कैर्नारफॉन स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया है.
प्रेमी की एक्स को भेजती थी फार्ट के वीडियो
खबरों की मानें तो महिला ने अपने प्रेमी की एक्स गर्लफ्रेड को बहुत सारी वीडियोज भेजी, जिसमें वो कैमरे पर गैस छोड़ते हुए दिख रही थी. इवांस पर अपने प्रेमी की एक्स गर्लफ्रेंड को पाद की वीडियो भेजकर मेंटली टॉर्चर करने का आरोप है. रिपोर्ट के अनुसार, प्रोसिक्यूटर डायने विलियम्स ने कोर्ट को बताया कि इवांस के पादने वाले वीडियो न केवल "अनुचित" थे, बल्कि "अशोभनीय और घोर आक्रामक" भी थे.
गैस छोड़कर मुस्कुराती रही आरोपी
प्रोसिक्यूटर ने इवांस द्वारा भेजे गए वीडियो कंटेंट को कोर्ट में समझाते हुए कहा, "एक वीडियो में वह अपने नीचे कैमरा रखकर गैस पास करने का वीडियो बना रही थी', मेरे क्लाइंट के पास इस तरह के तीन वीडियो लगातार भेजे गए. अगले कुछ दिनों में फार्टिंग के वीडियोज के नंबर बढ़ते गए. मिस इवांस वीडियो में देखकर मुस्कुराती रही और गैस पास करती रहीं."
नहीं पता था फार्ट करने की ऐसी सजा मिलेगी
महिला ने क्यों भेजे फार्टिंग के वीडियो महिला ने अपने बयान में कहा कि उसने वीडियो इसलिए भेजा क्योंकि उसे लगा कि उसके साथी के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है. हालांकि महिला ने ये वीडियो नशे में भेजे थे. इंवाका को अब अपनी गलती का एहसास हो गया है. इवांस ने अपना अपराध मानते हुए कहा कि उसने कभी नहीं सोचा था कि पादने से उसे ऐसी मुसीबतक झेलनी पड़ेगी.
अदालत ने इवांस को 12 महीने के लिए कम्यूनिटी ऑर्डर की सजा सुनाई है और दो साल का रिस्ट्रेनिंग ऑर्डर भी पास किया गया है. इसके अलावा उसे 15 रिहैब सेशन लेने होंगे और 60 दिनों तक शराब से दूर रहना होगा.