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Uttrakhand Gyrocopter Safari: सैलानी ले पाएंगे जायरोकॉप्टर एडवेंचर का आनंद, उत्तराखंड पर्यटन करेगा भारत की पहली जायरोकॉप्टर सेवा शुरू

राज्य जल्द ही 'हिमालयी एयरसफारी' पहल शुरू करेगा जिसके माध्यम से पर्यटक एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से जा सकेंगे. इतना ही नहीं बल्कि हिमालय श्रृंखला और शांत नदियों के दृश्यों का भी आनंद ले सकेंगे. 

जायरोकॉप्टर जायरोकॉप्टर
हाइलाइट्स
  • जर्मनी से लाया गया है इसे 

  • महीने के आखिर में होगी शुरू 

उत्तराखंड को उसके बेहतरीन लैंडस्केप की वजह से जाना जाता है. पर्यटक अब इसका और भी आनंद ले सकें इसके लिए जायरोकॉप्टर सफारी शुरू की जा रही है. जायरोकॉप्टर सफारी शुरू करने वाला ये भारत का पहला राज्य है. इसकी घोषणा उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट के दौरान की गई थी. अब एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, देश का पहला जायरोकॉप्टर फ्लाइट टेस्ट में पास हो गया है. ये फ्लाइट टेस्ट शनिवार को हरिद्वार में किया गया. 

जर्मनी से लाया गया है इसे 

आधिकारिक बयान के अनुसार, जायरोकॉप्टर को चलाने के लिए आवश्यक मंजूरी सिविल एविएशन डिपार्टमेंट से ले ली गई है. पर्यटन विभाग के अनुसार, जर्मनी से लाए गए इस एडवांस टेक्नोलॉजी वाले जायरोकॉप्टर की मदद से पर्यटक उत्तराखंड की अनछुई जगहों में जा सकेंगे. 

हिमालयी एयरसफारी होगी शुरू 

जायरोकॉप्टर फ्लाइट टेस्ट का हिस्सा रहे उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड के एडिशनल सीईओ कर्नल अश्विनी पुंडीर ने इसे लेकर टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि राज्य जल्द ही 'हिमालयी एयरसफारी' पहल शुरू करेगा जिसके माध्यम से पर्यटक एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से जा सकेंगे. इतना ही नहीं बल्कि हिमालय श्रृंखला और शांत नदियों के दृश्यों का भी आनंद ले सकेंगे. 

जायरोकॉप्टर चलाएंगे जर्मन पायलट

एडिशनल सीईओ कर्नल अश्विनी पुंडीर ने कहा कि जर्मनी से खरीदा गया अत्याधुनिक जायरोकॉप्टर शुरू में विशेष रूप से ट्रेंड जर्मन पायलटों द्वारा ही चलाया जाएगा. वहीं पर्यटन विभाग का कहना हिअ कि नागरिक उड्डयन विभाग और संबंधित जिला मजिस्ट्रेटों की मदद से अलग-अलग दर्शनीय जगहों पर जायरोकॉप्टर के लिए विशेष हवाई पट्टियां बनाई जाएंगी. इसे लेकर योजना पर काम चल रहा है. 

महीने के आखिर में होगी शुरू 

जायरोकॉप्टर सफारी महीने के आखिर तक उड़ाने की प्लानिंग है. इसे लेकर एयर सफारी की देखरेख करने वाली निजी स्पोर्ट्स कंपनी के सीईओ मनीष सैनी ने टीओआई से कहा कि ये न केवल भारत में अपनी तरह की पहली सेवा है, बल्कि दक्षिण एशिया में भी एक अग्रणी पहल है.