गुजरात के वडोदरा में एक किताब की खूब चर्चा हो रही है. ये किताब स्वामीनायारण मंदिर में रखी हुई है. दरअसल जिस किताब के बारे में हम बात कर रहे हैं, वो दुनिया की सबसे बड़ी किताब है और इसका नाम गिनीज बुक में भी दर्ज हो गया है. यह वो अनोखी किताब है जिसको दुनिया की सबसे बड़ी पुस्तक करार दिया गया है और इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में जगह मिली है. ये किताब वडोदरा के स्वामीनारायण मंदिर में रखी गई है. वचनामृत नाम की यह किताब असल में भगवान स्वामीनारायण की शिक्षाओं का संग्रह है.
200 साल पहले हुई थी रचना-
262 चैप्टर वाली इस पुस्तक की रचना के 200 साल पूरे होने पर इसे बड़े आकार में प्रकाशित करने की व्यवस्था की गई. इसके बाद वडोदरा के मंदिर में घनश्याम महाराज के 18वें पटोत्सव के अवसर पर सत्संग ज्ञान यज्ञ के दौरान इसे दर्शन के लिए रखा गया. वडोदरा के बाद इसे सौराष्ट्र के कुंडलधाम मंदिर में दर्शन के लिए रखा जाएगा.
भक्तों के लिए है खास-
स्वामीनारायन संप्रदाय के संत अलौकिक स्वामी ने बताया कि यह ग्रन्थ अपने आप में स्मृति ग्रंथ है. इसमें दिया गया हर एक उपदेश प्रत्येक भक्त के जीवन में महत्वपूर्ण है. हमारे स्वामी ज्ञान प्रसाद स्वामी को यह ख्याल आया कि इस पुस्तक से लोगों का कल्याण हो. इस पुस्तक को 200 साल हुए है तब उसे यादगार बनाने के लिए इस ग्रंथ को बड़ा स्वरूप दिया गया है.
किताब की खासियत-
चलिए हम आपको वचनामृत किताब की खासियत बताते हैं.
इस किताब को गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड के अलावा एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी जगह मिली है. 20 मई को इस किताब का लोकार्पण रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे.
(वडोदरा से दिग्विजय पाठक की रिपोर्ट)
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