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ज्वार-बाजरे के बैटर को साल के पत्तों में स्टीम कर बनाते हैं Millets Idli, राजनेता, IAS अफसर तक कर चुके हैं टेस्ट

आंध्र प्रदेश के विशाखापटनम में एक युवक मिलेट्स इडली बनाकर न सिर्फ अच्छी कमाई कर रहा है बल्कि सेहत के लिए फायदेमंद व्यंजन बनाने के लिए हर तरफ उसकी सराहना हो रही है.

Millets Idli (Photo: JustDial) Millets Idli (Photo: JustDial)
हाइलाइट्स
  • मिलेट्स इडली को दिया नया नाम

  • राजनेताओं ने भी की तारीफ

इडली सबसे हेल्दी व्यंजनों में से एक मानी जाती है. और विशाखापटनम का एक पोस्टग्रेजुएट युवक इसे और हेल्दी बनाकर लोगों को परोस रहा है. यह कहानी है वसेना पोली स्टोर की, जिसे चला रहे हैं सुधीर. उनकी इडली सिर्फ आम लोग नहीं बल्कि खास लोगों में भी मशहूर हैं. 

सवाल है कि ऐसा क्या खास है उनकी इडली में. तो हम आपको बता दें कि सुधीर सामान्य चावल से नहीं बल्कि अलग-अलग मिलेट्स जैसे ज्वार, बाजरा, रागी, कोरा, समा आदि से इडली बना रहे हैं. हम सब जानते हैं कि मिलेट्स हमारी सेहत के लिए कितने अच्छे होते हैं. इसलिए सुधीर की इडलियां पोषण का भंडार हैं. 

इडली को दिया नया नाम 
विशाखापटनम में गवर्नर के बंगले के पास साल 2018 में सुधीर ने वसेना पोली स्टोर की शुरुआत की. इस स्टोर का मतलब ही है 'ऑर्गेनिक.' उन्होंने गुंटूर से कृषि अर्थशास्त्र में पोस्ट-ग्रेजुएशन पूरा किया और शहर के लोगों के लिए 100 प्रतिशत जैविक भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अपना व्यवसाय शुरू किया. उनके मेन्यू में रागी, ज्वार, बाजरा, अरिका जैसे ढेर सारे मिलेट्स से बनी इडली और दोसा हैं. उन्होंने इडली की अपनी इन नई रेसिपी को वसेना पोली नाम दिया. 

इसके लिए वह सबसे पहले मिलेट्स का बैटर बनाते हैं. इस बैटर को किसी बर्तन की बजाय साल के पत्तों से बनी कटोरियों में भरकर स्टीम के लिए रखा जाता है. इससे इडली और स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर हो जाती हैं. 

राजनेताओं ने भी की तारीफ
टीएनआईए की रिपोर्ट के मुताबिक, वरिष्ठ राजनेता और पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने 2021 में ट्वीट कर उनके अनोखे प्रयास की तारीफ की थी. जीएमआर समूह के बीवीएन राव और अन्य अधिकारियों सहित उनके कुछ दोस्तों ने सुधीर के बिजनेस में मदद की. अक्टूबर में उन्हें लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में वसेना पोली का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला. 

वहां उन्होंने 150 से अधिक आईएएस अधिकारियों के लिए अपनी स्पेशल इडली बनाई. वसेना पोली स्टोर ने न केवल सुधीर को आर्थिक रूप से मदद की, बल्कि जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों के संपर्क बनाने में भी मदद की. एक डॉक्टर उनके ग्राहक थे और उस डॉक्टर ने सुधीर की माँ के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट में मदद, जिन्हें पिछले साल स्टेज चार कैंसर का पता चला था. आज उनकी मां बिल्कुल स्वस्थ है और कई बार अकेले उनके बिजनेस को संभाल लेती हैं.