
इन दिनों रिलेशनशिप से ब्रेक लेने वाले यंगस्टर्स के बीच एक नया शब्द 'वॉइस ओवर'(Voice Over) काफी ट्रेंड कर रहा है. खासतौर से जेन जी (Gen Z) इस ट्रेंड को अपनाकर डेटिंग से ब्रेक लेकर खुद पर फोकस करना बेहतर समझ रहे हैं. इस ट्रेंड को सबसे पहले अमेरिकी कॉमेडियन होप बोडार्ट ने शुरू किया था.
डेटिंग और खुद पर फोकस
वॉइस ओवर का मतलब डेटिंग, रोमेंटिक रिश्ते और सेक्शुअल रिलेशनशिप से कुछ समय तक के लिए ब्रेक लेना है. यह एक सोचा समझा फैसला होता है, जिसमें व्यक्ति खुद के लिए समय निकालते हुए अपनी फीलिंग्स और जरूरत को समझता है.
वॉइस ओवर का महत्व
सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स की वजह से हर कोई परफेक्ट पार्टनर ढूंढने की जल्दबाजी में है, जिससे रिश्तों में अक्सर अपनी पसंद-नापसंद को भुला दिया जाता है. ऐसे में डेटिंग से जुड़ी परेशानियां थका देती हैं, जिससे छुटकारा पाने के लिए लोग वॉइस ओवर अपना रहे हैं.
जेंडर न्यूट्रल ट्रेंड
वॉइस ओवर शब्द में 'बॉय' होने की वजह से ऐसा महसूस हो सकता है कि यह सिर्फ महिलाओं के लिए है, लेकिन यह ट्रेंड जेंडर न्यूट्रल है. पुरुष भी इसमें शामिल हो सकते हैं क्योंकि महिलाओं की तरह पुरुष भी रिश्तों के दबाव से परेशान हो सकते हैं.
वॉइस ओवर का असल मकसद
किसी भी टॉक्सिक रिलेशन से अलग करते हुए खुद को तरजीह देना और अपनी मेंटल और इमोशनल हेल्थ को बेहतर करना ही वॉइस ओवर का असल मकसद है. यह ट्रेंड ब्रेकअप और टॉक्सिक रिलेशनशिप से उबरने और नई शुरुआत की ताकत युवाओं को देता है.
चर्चा का सबब
फिलहाल Gen Z के दौर में भी रिश्तों की पहेली नई नहीं है, बल्कि ब्रेकअप और टॉक्सिक रिलेशन की कहानियां आज के नए दौर में भी खूब बन रही हैं. ऐसे में रिश्तों से फौरी तौर पर आज़ादी पाने का वॉइस ओवर क्या वाकई में टूटे दिलों पर मरहम लगा रहा है? यही कारण है कि यह चर्चा का सबब बना हुआ है. आपको मालूम हो कि आज के युवाओं को Gen Z के नाम से जाना जाता है. जनरेशन जी 1997 से 2012 के बीच पैदा हुए युवाओं को कहा जाता है. जेन जी ऐसी पहली पीढ़ी है जिसने डिजिटल दुनिया को न सिर्फ पनपते देखा है बल्कि उसे अपनाया भी है.