
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से करीब 80 किलोमीटर दूर नजीराबाद गांव में रहने वाली एक महिला ने बहादुरी की मिसाल पेश की है. 32 वर्षीय महिला ने बहादुरी दिखाते एक किसान को डूबने से बचा लिया है. इस दौरान उसने इस बात की भी परवाह नहीं की कि उसका 8 महीने का एक बच्चा भी है.
2 किसानों को डूबते हुए देखा
दरअसल, महिला ने 2 किसानों को उफनते नाले में डूबता देखा तो 8 महीने के बेटे को जमीन पर रखकर नाले के तेज बहाव में छलांग लगा दी. इस दौरन उसने एक किसान की जान बचा ली, जबकि दूसरा किसान तेज बहाव में बह गया जिसका शव अगले दिन बरामद किया गया.
नजीराबाद टीआई बीपी सिंह ने बताया कि गुरुवार एक अगस्त को नजीराबाद के पास बहने वाले नाले में तेज बारिश के बाद अचानक से पानी का स्तर बढ़ गया था. इस दौरान अपने खेत मे दवा का छिड़काव करने गए राजू और जितेंद्र नाम के दो किसान नाले के एक छोर पर खड़े हो गए. जबकि उनकी बाइक दूसरे छोड़ पर खड़ी थी. बारिश के बाद नाले में पानी का बहाव तेज था लेकिन इसके बावजूद दोनों नाला पार करने लगे. नाले के किनारे पर खड़े लोगो ने दोनों को खूब समझाया लेकिन दोनों नहीं मानें और नाले के बीचोबीच पहुंच गए और इस दौरान डूबने लगे.
रवीना ने लगा दी नाले में छलांग
नाले के पास ही झुग्गियां हैं, जहां रवीना रहती हैं. जब रवीना ने उन दोनों को डूबते देखा तो खुद की जान की परवाह किए बगैर उसने अपने 8 महीने के बच्चे को नीचे रखा और उफनते नाले में कूद गई.
इस दौरान रवीना ने जितेंद्र नाम के शख्स को तो बचा लिया जबकि राजू तेज बहाव में बह गया. राजू का शव अगले दिन नाले में आगे की ओर मिला जब जलस्तर कम हुआ.
पुलिस को महिला के साहस के बारे में पता चला तो नजीराबाद टीआई बीपी सिंह ने बहादुरी की प्रशंसा करते हुए रवीना को 1 हजार रुपये के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया.
(रविश पाल सिंह की रिपोर्ट)