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मिलिए नई दिल्ली की हर एक मेट्रो लाइन से पहले दिन सफर करने वाले अनिल मारवाह से...लोग कहते हैं Metro Man

प्रधानमंत्री ने द्वारका सेक्टर-21 से यशोभूमि द्वारका सेक्टर-25 तक बने एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन (मेट्रो लाइन) के एक्सटेंशन का उद्घाटन किया. उन्होंने यह तय कर लिया था कि जो भी नई मेट्रो लाइन शुरू होगी उसमें से प्रत्येक से पहली ट्रेन की सवारी वो लेंगे.

Metro Man Metro Man

दिल्ली के रहने वाले अनिल मारवाह को एक अनोखा शौक है. जब भी दिल्ली मेट्रो किसी नए स्टेशन या लाइन का उद्घाटन करती है तो वह सबसे पहले मेट्रो लेना पसंद करते हैं. दिलचस्प बात यह है कि वह दिसंबर 2002 से ऐसा कर रहे हैं, जिस दिन से दिल्ली मेट्रो ने राजधानी में अपना परिचालन शुरू किया था.

रविवार की दोपहर को प्रधानमंत्री ने द्वारका सेक्टर-21 से यशोभूमि द्वारका सेक्टर-25 तक बने एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन (मेट्रो लाइन) के एक्सटेंशन का उद्घाटन किया. नई मेट्रोलाइन का आनंद उठाने के लिए द्वारका के सेक्टर 25 के यशोभूमि मेट्रो स्टेशन पर अनिल ट्रेन के इंतजार में चुपचाप खड़ा थे. वह अपने साथ हमेशा से रिकॉर्ड्स का बैग रखते हैं जिसमें अखबार की कतरनें, एक फोल्डर जिसमें मेट्रो स्मार्ट कार्ड के सभी पहले दिन के एडिशन और लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स का उनका सर्टिफिकेट रहता है.

2002 से कर रहे हैं ये काम 
मारवाह का मेट्रोज़ के प्रति प्रेम 1990 के दशक में शुरू हुआ जब वह जापान एयरलाइंस के लिए काम करते हुए एक साल के लिए टोक्यो में तैनात थे. मारवाह ने कहा, ''मैं अक्सर मेट्रो लेता था और सोचता था कि यह भारत में कब हकीकत होगी.'' जब 2002 में दिल्ली मेट्रो ने अपना परिचालन शुरू किया, तो मारवाह इतिहास का हिस्सा बनने से खुद को नहीं रोक सके. मारवाह ने कहा कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि यह संभव हो सकता है. पहले दिन वो शाहदरा से तीस हजारी तक गए.

मेट्रो से जाते हैं ऑफिस
इसके बाद से उन्होंने हिस्ट्री बनाना शुरू कर दिया. मारवाह प्रत्येक नए स्टेशन और प्रत्येक नई लाइन के शुरू होने का ध्यान रखने लगे. उन्होंने यह तय कर लिया था कि जो भी नई मेट्रो लाइन शुरू होगी उसमें से प्रत्येक से पहली ट्रेन की सवारी वो लेंगे. मारवाह ने यशभूमि स्टेशन पर भी यही किया जैसे ही पहली ट्रेन 3 बजे स्टेशन से रवाना हुई मारवाह उसकी सवारी के लिए पहुंच गए. 
पब्लिक ट्रांसपोर्ट के प्रति मारवाह का प्रेम बहुत गहरा है. भले ही वो अब रिटायर होने वाले हैं लेकिन फिर भी वह कनॉट प्लेस स्थित अपने कार्यालय तक हर दिन मेट्रो से यात्रा करना पसंद करते हैं. उन्होंने कहा, ''मैं शिवाजी स्टेडियम तक मेट्रो लेता हूं और वहां से पैदल जाना पसंद करता हूं.'' वह अपने मिलने वाले लोगों को कारों के बजाय सार्वजनिक परिवहन चुनने के लिए मनाने की कोशिश करते हैं क्योंकि यह आसान और परेशानी मुक्त है.

कौन हैं अनिल मारवाह?
अनिल मारवाह एक ट्रेवल एजेंसी ओंकार ट्रेवल्स में काम करते हैं. वो एजेंसी और जापान एयरलाइंस के बीच एक संवाददाता के रूप में काम करते हैं. वह अपनी यात्रा के दौरान पढ़ते हैं, कॉल करते हैं और काम निपटाते हैं. वह कहते हैं कि यह  दिल्ली के ट्रैफिक में फंसने से बेहतर विकल्प है. वह दिल्ली के वसंतकुंज क्षेत्र के रहने वाले हैं.