हम रोजमर्रा की जिंदगी में कई सारी ऐसी चीजें देखते हैं जो हमारे मन में सवाल पैदा करती हैं कि ऐसा क्यों है ... इसे करने के पीछे का मकसद क्या हो सकता है. ऐसा ही एक सवाल हाइवे से गुजरते वक्त आपके दिमाग में आया होगा . जब भी आप हाइवे से गुजरते हैं तो आपने हाईवे के बीच लगे हुए पेड़-पौधे तो जरूर देखे होंगे. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि रोड पर पेड़ पौधे क्यों लगाए जाते हैं. हां... प्रदुषण कम करना एक वजह हो सकती है. लेकिन इसके पीछे कई सारी वजहें और भी हैं. आईए इनके बारे में जानते हैं.
दूरी बनाए रखना
आपने देखा होगा कि हाईवे पर गाड़ियों की अप और डाउन लाइन के बीच में डिवाइडर बनाकर पौधे लगाए जाते हैं. ऐसा करने के पीछे का मकसद ये है कि गाड़ियों के बीच एक तय दूरी बनी रहे. गाड़ियों के बीच कम से कम 8 फुट की दूरी होनी चाहिए. इससे एक्सीडेंट होने की संभावना कम हो जाती है.
आंखों की हिफाजत हो
एक कहावत है सावधानी हटी दुर्घटना घटी. और अब गाड़ी चलाते वक्त हादसा होने की गुंजाइश सबसे ज्यादा होती है. इसलिए ये जरूरी है कि गाड़ी चलाते वक्त आपका ध्यान रोड पर ही हो. वहीं आखों को हल्के रंग (जिसमें हरा भी आता है ) अच्छे लगते हैं. ये रंग आंखो को ठंडक पंहुचाते हैं. रोड पर पेड़ लगाने के पीछे भी यही मकसद है. ये रंग ड्राइवर की आंखों को चुभता भी नहीं है साथ ही इससे आंखों में जलन भी नहीं होती है.
प्रदूषण कम करने के लिए
यह तो हम सभी जानते हैं पेड़-पौधे लगाने से प्रदूषण कम होता है. यही वजह है कि हाईवे पर पेड़ लगाए जाते हैं.
जरूरी इनफॉर्मेशन देने के लिए
रोड पर ड्राइविंग करने वाले लोगों को सतर्क करने के लिए कई बोर्ड लगाए जाते हैं. इन बोर्ड में आपको ड्राइविंग से जुड़े कई साइन और सिंबल देखने को मिल जाएंगे. आपने भी हाईवे पर कई बार जरूरी सूचना के बोर्ड लगे हुए देखे होंगे. ये बोर्ड ड्राइविंग से संबंधित जानकारी या दूसरी जरूरी जानकारी देते हैं . लेकिन सोचिए कि अगर हाईवे पर बीच में पेड़-पौधे नहीं लगाए जाते तो आप इन जरूरी सूचना को कैसे हासिल करते? इसी वजह से भी हाईवे पर बीच में पेड़ लगाए जाते हैं.