
हम सब जानते हैं कि पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए होती है. पुलिस की ट्रेनिंग करने वाले लोग ड्यूटी पर तैनात हों या सामान्य लोगों की तरह भीड़ में शामिल, लेकिन फिर भी अपना हर कर्तव्य निभाते हैं. इसकी एक झलक हाल ही में दिल्ली मेट्रो में देखने को मिली, जब एक महिला सीपीआरएफ अफसर ने एक मेट्रो जर्नी के दौरान एक व्यक्ति की जान बचाई. हाल ही में, मेट्रो में अचानक एक व्यक्ति बेहोश हो गया. हैरानी की बात थी कि बाकी पैसेंजर इस घटना को देखकर भी बस खड़े रहे और कुछ नहीं किया.
लेकिन एक महिला सीआरपीएफ अधिकारी ने तुरंत एक्शन लेकर उस व्यक्ति को सीपीआर दिया और समय रहते उनकी जान बचाई. यह घटना दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन पर कीर्ति नगर और मोती नगर स्टेशनों के बीच हुई. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 27 वर्षीय अधिकारी सब-इंस्पेक्टर (एसआई) अंजलि एक खचाखच भरे मेट्रो कोच में यात्रा कर रही थीं, जब उन्होंने देखा कि उनके पीछे व्यक्ति अचानक गिर पड़ा.
तुरंत सूझबूझ दिखाकर बचाई जान
बेहोश होन वाला व्यक्ति 40 या इससे ज्यादा की उम्र का होगा. एसआई अंजलि ने जैसे ही उसे देखा, उन्होंने तुरंत कार्रवाई की. उन्हें शक हुआ कि व्यक्ति को कार्डिया अरेस्ट तो नहीं आया है, ऐसे में उन्होंने तुरंत बेहोश यात्री पर कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) किया और कुछ ही क्षणों में उसे होश में ला दिया. मेट्रो में भीड़ होने के बावजूद आसपास खड़े लोग बचाव करने में झिझक रहे थे. लेकिन अंजलि के फास्ट एक्शन और ट्रेनिंग ने उस व्यक्ति की जान बचा ली.
एसआई अंजलि साल 2022 से सीआरपीएफ की 88वीं महिला बटालियन में कार्यरत हैं. वर्तमान में सिक्योरिटी ड्यूटी के लिए जंतर मंतर पर तैनात हैं. सीआरपीएफ के प्रवक्ता डीआईजी एम दिनाकरन ने उनकी तुरंत कार्रवाई की प्रशंसा की और कहा कि उन्हें उचित पुरस्कार दिया जाएगा.
सीपीआर एक आपातकालीन जीवन रक्षक प्रक्रिया है जो किसी व्यक्ति पर तब की जाती है जब उसका दिल धड़कना बंद हो जाता है. सुरक्षा बलों के कर्मियों को उनके प्रशिक्षण के दौरान इस प्रक्रिया को करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है.