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World NGO Day: बच्चों के लिए काम कर रहे हैं ये 5 संगठन, लाखों जिंदगियों को संवारा

दुनिया भर के सामाजिक, और नॉन-प्रॉफिट संगठनों के काम के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 27 फरवरी को World NGO Day मनाया जाता है.

World NGO Day World NGO Day
हाइलाइट्स
  • 27 फरवरी को होता है विश्व एनजीओ दिवस

  • हर सेक्टर में काम कर रहे हैं NGOs

हर साल 27 फरवरी को विश्व एनजीओ दिवस (World NGO Day) मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य लोगों को एनजीओ (डोनेशन, एनपीओ, सीएसओ) के साथ अधिक सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रेरित करना और एनजीओ और सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों के बीच अधिक तालमेल को प्रोत्साहित करना है.

बाल्टिक सी एनजीओ फोरम के 12 सदस्य देशों द्वारा 2010 में आधिकारिक रूप से इस दिन की घोषणा की गई थी. हालांकि, इसे 2014 में यूरोपीय संघ, संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हुई. आज इस मौके पर हम आपको बता रहे हैं भारत के 5 ऐसे NGOs के बारे में जो बच्चों के लिए काम कर रहे हैं. 

1. सेव द चिल्ड्रेन
सेव द चिल्ड्रेन एक ग्लोबल नॉन-प्रॉफिट संगठन है जिसकी स्थापना साल 1919 में हुई थी. भारत में इसकी शुरुआत साल 2008 में हुई थी और 'बाल रक्षा भारत' के रूप में पंजीकृत इस NGO ने आज तक 10.1 मिलियन (1.1 करोड़) से ज्यादा बच्चों के जीवन को बदल दिया है. सेव द चिल्ड्रन का मानना ​​है कि प्रत्येक बच्चे को उज्ज्वल भविष्य के लिए मौके मिलने चाहिएं. और इसलिए वे यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि बच्चे न केवल जीवित रहें बल्कि फले-फूलें.

2. CRY (बाल अधिकार और आप)
CRY संगठन हर बच्चे के लिए एक खुशहाल, स्वस्थ और रचनात्मक बचपन के अपने दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्ध है. CRY के प्रोजेक्ट्स में इस बात पर फोकस किया जाता है कि बच्चों की मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच हो और वे हिंसा, दुर्व्यवहार और शोषण से सुरक्षित हों. वे बाल कुपोषण की दर को कम करने की दिशा में भी काम करते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि बच्चों को प्रभावित करने वाले मुद्दों में उनकी आवाज़ को पहचाना जाए.

3. CHF (चाइल्ड हेल्प फाउंडेशन)
2010 में स्थापित, चाइल्ड हेल्प फाउंडेशन (सीएचएफ) बाल-केंद्रित राष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठन है जो भारतीय संविधान और यूएनसीआरसी (बाल अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन) में निहित बाल अधिकारों की पूर्ति के लिए प्रतिबद्ध है. एनजीओ का पैन इंडिया ऑपरेशन है और बच्चों के लिए चिकित्सा आपातकालीन सहायता, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वच्छ पानी और स्वच्छता तक पहुंच और भुखमरी को खत्म करने पर फोकस है. इसका मिशन बच्चों के जीवन को बचाना, भूख मिटाना, कुपोषण का पता लगाना और उपचार करना और प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाली आपातकालीन स्थितियों का जवाब देना है.

4. स्माइल फाउंडेशन
स्माइल फाउंडेशन भारत में एक एनजीओ है जो हर साल 750,000 से अधिक बच्चों और उनके परिवारों को शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, आजीविका और महिला सशक्तिकरण पर 350 से अधिक लाइव कल्याण परियोजनाओं के माध्यम से भारत के 25 राज्यों में 1000 से अधिक दूरदराज के गांवों और झुग्गियों में लाभान्वित करता है.

5. प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन
प्रथम भारत में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए बनाया गया एक अभिनव शिक्षण संगठन है. मुंबई की मलिन बस्तियों में बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए 1995 में स्थापित, प्रथम ने कार्यक्षेत्र और पैमाने दोनों में वृद्धि की है, जिसके कार्यक्रम आज पूरे देश में बच्चों और युवाओं तक पहुंच रहे हैं.