22 मार्च को पूरी दुनिया में विश्व जल दिवस मनाया जाता है. हर किसी के लिए पानी जरूरी है इसके बिना जीवित रहना नामुमकिन है. केवल इंसानों के लिए ही नहीं बल्कि जानवर और पौधों के लिए भी. पानी हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है, कई सारे धर्म में पानी पिलाना पुण्य माना जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर का एक व्यक्ति रास्ते से चलने वाले लोगों को गर्मी के दिनों में पानी की बोतल मुफ्त में दे रहा है.
मिर्जा अब्दुल कय्यूम नदवी जिनकी छत्रपति संभाजीनगर में किताबों की दुकान है, वैसे तो यह कई सारे सामाजिक काम भी करते हैं. लेकिन यह इन दिनों गर्मी के मौसम में रास्ते से चलने वाले प्यासों की प्यास बुझाने के लिए सुर्खियों में आ गए हैं.
लोगों की प्यास बुझाते हैं अब्दुल
मिर्जा अब्दुल कय्यूम नदवी ने कहा कि पहले कोई भी प्रोग्राम में जाते थे, तो वहां पर पानी की खाली बोतलों मिल जाती थी. वह उन बोतलों को अपने साथ घर लेकर आते थे. उन बोतलों को अच्छे से सफाई करके उसमें पानी भर के फ्रिज में रख देते थे. जब सुबह कयूम नदवी काम के लिए घर से बाहर निकलते तो फ्रिज में रखी पानी की बोतलें अपने साथ एक थैली में रख लेते, और रास्ते में जरूरतमंदों को पानी
की बोतल मुफ्त में बांट देते. यह सिलसिला पिछले 4 सालों से जारी था.
बेटी ने दिया बैग का आईडिया
लेकिन इस साल मिर्जा अब्दुल कयूम की बेटी ने अपने पिता के इस काम को ध्यान में रखते हुए, पिता से कहा कि आप कपड़े की थैलियां के बजाय बैग में लोगों को पानी बांटे. साथ ही कहा कि आपकी जो पहचान या दोस्त हैं उन्हें भी ये बैग दें. इस बैग को ऑटो रिक्शा या बाइक पर रखें और इसमें हर रोज कुछ पानी की बोतलें लें और लोगों को पानी दें.
लोग देते हैं दुआएं
इसके बाद अब्दुल कयूम नदवी हर रोज अपने घर से बैग में पानी की कुछ बोतलें रखते हैं और दोपहर के वक्त वह खासतौर पर समय निकालकर लोगों को पानी बांटने के लिए शहर के मुख्य रास्तों पर निकलते हैं. शहर में धूप में पैदल घूमने वाले लोगों को पानी की बोतले देते हैं. आज मिर्जा अब्दुल कय्यूम नदवी के इस कार्य कि लोग सराहना कर रहे हैं.
आखिर में मिर्जा अब्दुल कय्यूम नदवी आम लोगों से अपील करते हुए कहते हैं कि अगर किसी को इस तरह का काम करना है, और प्यासों की प्यास बुझानी है, तो वह इन से संपर्क करें और पानी वाला बैग ले लें.
(इसरार्उद्दीन चिश्ती की रिपोर्ट)