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8 साल की सानवी ने बनाया World Record...माउंट एल्ब्रुस फतह करने वाली बनी सबसे कम उम्र की पर्वातरोही

एवरेस्ट मूवी देखकर सानवी ने पिता से माउंट एल्ब्रुस जाने की इच्छा जाहिर की. दीपक सूद ने अपनी छोटी सी बच्ची की बात सुनकर उसके सपनों को उड़ान देने का फैसला किया. सानवी अभी कक्षा 3 में पढ़ रही है. पर्वतारोही होने के साथ-साथ वो बहुत अच्छा गाना गाती हैं.

Sanvi Sanvi

मात्र 8 साल की सानवी सूद ने भारत का नाम एक बार फिर से रोशन किया है और वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है. सानवी रसिया की माउंट एल्बर्स चोटी पर चढ़ाई करने वाली विश्व की सबसे कम उम्र की पर्वतारोही बनी हैं. 

एवरेस्ट मूवी देखकर मिली प्रेरणा
सानवी सूद पंजाब के रोपड़ की रहने वाली हैं. उन्होंने केवल 8 साल की उम्र में दो वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं. साढ़े छह साल की उम्र से सानवी ने पर्वतारोही बनाने का फैसला कर लिया था. एवरेस्ट पिक्चर देखने के बाद सानवी ने अपने पिता से एवरेस्ट पर जाने की बात कही. छोटी बच्ची की इस बात को सुनकर सानवी के पिता दीपक सूद ने अपनी छोटी सी बच्ची के सपनों को उड़ान देने का फैसला किया और उनके साथ एवरेस्ट बेस कैंप के लिए वो निकल पड़े. माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप और ऑस्ट्रेलिया की किलिमंजारो चोटी पर चढ़ने के बाद अब सानवी सूद राशिया की सबसे ऊंची चोटी एल्ब्रुस पर चढ़ाई कर चुकीं हैं. इसी के साथ सानवी सबसे कम उम्र में यह रिकॉर्ड बनाने वाली बच्ची बन गई हैं.

पिता की आवाज के सहारे तूफान में भी आगे बढ़ती रही सानवी
सानवी ने अपने पिता दीपक सूद के साथ 24 जुलाई को पहाड़ी की चढ़ाई शुरु की थी. सानवी को जिस दिन चढ़ाई शुरु करनी थी उस दिन मौसम बहुत खराब हो गया था. हवा कम हो गईं थी और मौसम बार-बार सामने चुनौती खड़ी कर रहा था. तूफान के बाद तापमान माइनस 25 डिग्री चला गया जिसकी वजह से दीपक बेटी के साथ नही जा पाए. सानवी को अपने गाइड के साथ चोटी चढ़नी पड़ी, लेकिन सानवी वॉकी टॉकी पर अपने पिता के साथ लगातार बात करती रहीं और हौंसले के साथ आगे बढ़ती रहीं. 

पायलट बनना चाहती हैं सानवी
सानवी अभी कक्षा 3 में पढ़ रही है. पर्वतारोही होने के साथ-साथ वो बहुत अच्छा गाना गाती हैं और पेंटिंग का भी उनको बचपन से ही शौक है. सानवी बड़े होकर पायलट बनना चाहती हैं. सानवी उन सभी बच्चियों के लिए प्रेरणा बनना चाहती है जो उनकी हम उम्र हैं. वह चाहती है कि हर लड़की को पढ़ाया जाए ताकि वो भी अपनी जिंदगी में कुछ अच्छा हासिल कर सके. सानवी की मां का कहना है की हरियाणा में अभी भी बच्चियों को कम पढ़ाया लिखाया जाता है. वह चाहती हैं कि सानवी को देखकर हर मां बाप अपने बच्चे को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित होंगे.