भारत के लोग हर देश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं. अब एक बार फिर भारतीय-अमेरिकी स्कूली छात्रा नताशा पेरियानयागम ने नाम रोशन किया है. 13 वर्षीय नताशा को दुनिया के सबसे प्रतिभाशाली छात्रों की सूची में नामित किया गया है. नताशा को अमेरिका स्थित जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ द्वारा लगातार दूसरे वर्ष दुनिया के सबसे प्रतिभाशाली छात्रों की सूची में नामित किया गया. यह 76 देशों में 15,000 से अधिक छात्रों के ग्रेड स्तर से ऊपर के परीक्षणों के परिणामों के आधार पर बेस्ड है.
नताशा न्यू जर्सी में फ्लोरेंस एम गौडिनेर मिडिल स्कूल की छात्रा हैं. नताशा जब ग्रेड पांच की छात्रा थी तब 2021 में जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर फॉर टैलेंटेड यूथ (सीटीवाई) की परीक्षा भी दी थी. सीटीवाई दुनियाभर में असाधारण मेधावी छात्रों की पहचान के लिए ऊपरी-ग्रेड स्तरीय परीक्षा का आयोजन करता है और उनकी अकादमिक क्षमताओं के बारे में स्पष्ट तस्वीर पेश करता है.
सम्मान सूची में दी गई जगह
मौखिक एवं मात्रात्मक योग्यता की परीक्षा में नताशा का प्रदर्शन ग्रेड आठ में 90 पर्सेंटाइल हासिल करने के बराबर था, जिस कारण उन्हें उस वर्ष की सम्मान सूची में जगह दी गई. विश्वविद्यालय ने कहा कि नताशा को इस साल एसएटी, एसीटी, स्कूल और कॉलेज एबिलिटी टेस्ट या सीटीवाई टैलेंट सर्च के तहत लिए गए समान मूल्यांकन में असाधारण प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया.
माता-पिता चेन्नई से हैं
नताशा के माता-पिता चेन्नई से हैं. उन्होंने कहा कि पेरियानायगम को अपने खाली समय में गूगल डूडल बनाना और जेआरआर टोल्किन के उपन्यास पढ़ना बहुत पसंद है. अपने हालिया प्रयास में पेरियानायगम ने सभी उम्मीदवारों से अधिक ग्रेड प्राप्त किए. नताशा ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, उन सभी तरीकों के बारे में सोचना बेहद रोमांचक है जिसका इस्तेमाल वह अपने पैशन को खोजने, पुरस्कृत और समृद्ध अनुभवों में संलग्न होने और अपने समुदायों और दुनिया में उल्लेखनीय चीजें को हासिल करने के लिए करेंगी. उधर, सीटीवाई के कार्यकारी निदेशक डॉ. एमी शेल्टन ने कहा, यह सिर्फ एक परीक्षा में हमारे छात्रों की सफलता की पहचान नहीं है, बल्कि खोज और सीखने के उनके प्यार और उनके युवा जीवन में अब तक जमा किए गए सभी ज्ञान को सलाम है.