नए साल के मौके पर देश की राजधानी दिल्ली वालों को एक ऐसा पार्क तोहफे में मिलने वाला है, जो न सिर्फ भारत का सबसे पहला और सबसे बड़ा बल्कि ये दुनिया का पहला डायनासोर पार्क होगा जो वेस्ट से बनाया गया है. ये पार्क दिल्ली एमसीडी बनवा रही है जो दिल्ली की पहचान के तौर पर पहचान रखने वाले वेस्ट टू वंडर पार्क के अंदर बनाया जा रहा है. इस पार्क में 40 डायनासोर होंगे जिसमे से 24 छोटे होंगे और 16 डायनासोर बड़े आकार के होंगे. इस पार्क का 85 फीसदी काम पूरा हो चुका है और अब दिल्ली वालों को बस कुछ ही दिनों का इंतजार करना होगा जिसके बाद वो दिल्ली में बैठे बैठे जुरासिक पार्क जैसा अनुभव कर सकेंगे खास बात ये होगी. ये सभी डायनासोर स्क्रैप से तैयार किए गए है.
60 फुट का होगा डायनासोर
डायनासोर पार्क में कुल 40 डायनासोर होंगे, जिसमें से सोलर डायनासोर काफी बड़े आकार के होंगे, वहीं 24 डायनासोर छोटे होंगे. इसमें से एक डायनासोर जो सबसे बड़ा होगा वह 60 फुट का होगा, इसकी लंबाई 71 फुट और चौड़ाई 13 फुट होगी. डायनासोर पार्क तो कई जगह से पहले भी बनाए जा चुके हैं लेकिन इसकी खासियत यह है कि इन डायनासोर के भीतर लोग बैठ सकेंगे डायनासोर के अंदर ही झूले भी लगाए गए हैं. खास तौर पर छोटे बच्चों के लिए पार्टी की व्यवस्था भी की गई है यानी डायनासोर के अंदर बैठे-बैठे लोग खाने-पीने का लुत्फ उठा सकेंगे. छोटे बच्चे झूला भी झूल सकेंगे और डायनासोर के अंदर अगर कोई अपना जन्मदिन मनाना चाहे तो वह इसकी भी बुकिंग कर सकते हैं.
डायनासोर बच्चों से करेंगे बात
अक्सर देखा जाता है कि कहीं किसी पार्क या मॉल में अगर डायनासोर बनाए भी जाते हैं, वह हिलते-डुलते नहीं हैं और ना ही उनसे आवाज आती है लेकिन इस पार्क की खासियत यह होगी कि इसमें बनाए गए सभी डायनासोर के अंदर से अलग-अलग तरह की लाइट भी निकलेगी. उनकी आंखों में भी मूवमेंट होगा, साथ ही वो गर्दन और पूंछ भी हिला सकेंगे.
एमसीडी की मानें तो यह पार्क पर्यावरण के लिहाज से भी काफी खास है क्योंकि इस पूरे पार्क को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यहां पहुंचने वाले लोग न सिर्फ डायनासोर को देखकर एंजॉय कर सकें बल्कि वह पर्यावरण और प्रकृति से जुड़कर हरियाली का भी लुत्फ उठा सके. यही वजह है कि जब डायनासोर पार्क बनाना शुरू किया गया तो किसी भी पेड़ को और झाड़ियां को काटा नहीं गया बल्कि पार्क को ऐसे डिजाइन किया गया है कि उसमें ज्यादा से ज्यादा हरियाली नजर आए.
300 टन स्क्रैप का हुआ इस्तेमाल
एमसीडी ने वेस्ट टु वंडर पार्क का विस्तार करते हुए ये पार्क बनाया है. इन सभी डायनासोर का डिजाइन बनाने वाले आर्टिस्ट विनीत बारोट ने गुड न्यूज़ टुडे को बताया कि उनकी टीम ने 6 महीने में यह 40 डायनासोर तैयार किए हैं जिसे बनाने में 300 टन मेटल स्क्रैप इस्तेमाल किया गया है. साथ ही इन डायनासोर को बनाने में सी एंड डी वेस्ट के साथ ग्रीन वेस्ट का इस्तेमाल किया गया है. पार्क को इस लिहाज से बनाया गया है कि बच्चे इसमें एंजॉय कर सकें, न सिर्फ बच्चे बल्कि हर उम्र के लोग यहां एन्जॉय कर पाएंगे क्योंकि लोगों के लिए डायनासोर के अंदर ही सेल्फी पॉइंट बनाए गए हैं. झूले भी बनाए गए हैं और डायनासोर को क्रिएटिव तरीके से बनाया गया है जिसे देख के ऐसा लगेगा कि मानो डायनासोर का परिवार के दूसरे से बातें कर रहा हो. कुल 15 प्रजातियों के डायनासोर बनाए गए हैं जिसमें हर डायनासोर का आकार बिलकुल अलग है जो इन्हें देखने में और खास बनाती है.
जंगल की थीम पर बना है पार्क
दिल्ली का ये डायनासोर पार्क जंगल थीम पर बनाया गया है जो देखने में ऐसा लगता है मानिए आप डायनासोर के काल में आ पहुंचे हैं. जहां वो आपका स्वागत करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. मुंह से आवाजें निकाल कर, कुछ डायनासोर के मुंह से आग भी निकलेगी तो कोई पूंछ और गर्दन हिला कर लोगों से बातें करेंगे. वहीं लोहे के स्क्रैप से बने इन डायनासोर में जंग से बचाने के लिए इनपर पीयू कोटिंग की गई है.