कुछ समय पहले एक सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हुई थी, जिसमें एक बच्ची ने ताजमहल के पीछे जमी गंदगी की तरफ लोगों को ध्यान आकर्षित किया था. इस पोस्ट के कुछ दिन बाद ही यह जगह बिल्कुल साफ हो गई. एक बच्ची की नेक पहल ने सालों से इकट्ठे हुए कुड़े को चंद दिनों में हटवा दिया.
यह 10 साल की बच्ची है नोएडा की रहने वाली लिसिप्रिया कंगुजम. रेयान इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ने वाली लिसिप्रिया हमेशा से ही पर्यावरण के मुद्दे पर मुखर रही हैं. बहुत छोटी उम्र से ही वह प्रकृति के संरक्षण में जुटी हैं. और अब एक बार फिर लिसिप्रिया चर्चा का विषय बनी हुई हैं.
खोली दुनिया की पहली 'प्लास्टिक मनी शॉप'
पर्यावरण और जलवायु कार्यकर्ता लिसीप्रिया ने अब सिंगल-यूज प्लास्टिक वेस्ट को खत्म करने के इरादे से एक और नई पहल की है. लिसिप्रिया ने दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में दुनिया की पहली 'प्लास्टिक मनी शॉप' खोली है. इस शॉप का कॉन्सेप्ट है कि आप उनकी दुकान से प्लास्टिक कचरे के बदले में कोई भी सामान जैसे स्कूल स्टेशनरी, चावल आदि ले सकते हैं.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए लिसिप्रिया ने कहा कि वह लोगों को प्लास्टिक प्रदूषण से हो रहे हमारे पर्यावरण क्षरण के बारे में जागरूक करना चाहती हैं. इसलिए उन्होंने यह शॉप शुरू की है. खास बत है कि उनकी यह कार्ट भी सोलर कार्ट है जो सौर ऊर्जा से चलेगी.
प्लास्टिक वेस्ट को किया जाएगा अपसायकल
अब सवाल है कि लोगों से एकत्र किए जाने वाले प्लास्टिक का लिसिप्रिया क्या करेंगी. इस पर उनका कहना है कि अपनी शॉप पर आने वाले प्लास्टिक कचरे को वह राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश में अपसायक्लिंग के लिए भेजेंगी.
यहां पर इस प्लास्टिक वेस्ट से ईको-फ्रेंडली रोड टाइल्स, घर की छत के लिए शीट, ईंटें, स्कूल की बेंच और डेस्क आदि बनाई जाएंगी. दिलचस्प बात यह है कि ऐसे अपसायकल्ड उत्पादों के सैंपल उनकी दुकान में प्रदर्शित भी हैं. आपको बता दें कि लिसिप्रिया को उनके अभियानों के लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम चिल्ड्रन अवार्ड, अंतरराष्ट्रीय बाल शांति पुरस्कार और इंडिया पीस प्राइज़ आदि से सम्मानित किया जा चुका है.