पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए घाटों पर लोग पिंडदान कर रहे हैं. भारतीय इस परंपरा को सदियों से निभाते चले आ रहे हैं. लेकिन दूसरे देशों से आए मेहमान भी अब अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए वाराणसी और गया में घाटों पर पिंडदान कर रहे हैं. यूक्रेन से आई यूलिया और रूस से आए इवगिनी पिछले कई सालों से भारत में आकर अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध करते हैं. तो चलिए सनातन में विश्वास रखने वाले यूलिया और इवगिनी से आपको मिलवाते हैं.
People are performing Pind Daan at the ghats for the peace and salvation of the souls of their ancestors. Indians have been following this tradition for centuries. But guests from other countries are also now offering Pind Daan at the ghats in Varanasi and Gaya for the peace of the souls of their ancestors.