आपको बता दें कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर 20 फीट ऊंचे 392 खंभों पर खड़ा होगा. जबकि मंदिर का शिखर 161 फीट ऊंचा होगा. अब 161 फीट ऊंचे मंदिर की विजय पताका को स्थापित करने के लिए 10 से 15 कुंतल के स्तंभ का निर्माण किया जाएगा, जिस पर विजय पताका लगाई जाएगी. इसकी पूरी रूपरेखा तैयार कर ली गई है.
विजय पताका मुख्य शिखर पर लगाई जाएगी. लेकिन इसके अलावा 5 और शिखर मंडप बनाए जाएंगे. मुख्य शिखर से पूरब की तरफ 3 उससे छोटे शिखर होंगे. अगर इनके नाम की बात करे तो इनके नाम गुण मंडप, रंग मंडप और नृत्य मंडप रखे जाएंगे. इसके अलावा गुण मंडप के बगल दो और मंडप भी बनाए जाएंगे. मंदिर का मुख्य द्वार का नाम सिंह द्वार होगा.
श्री राम मंदिर की इस एनिमेटेड तस्वीर में साफ तौर पर आपको दिखाई देगा कि मंदिर के सामने ग्रीन फील्ड कितना होगा. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय कहते हैं कि अभी सब कुछ परिपूर्ण नहीं है. इसमें संशोधन और बदलाव हो सकते हैं. इसी के लिए मंदिर निर्माण समिति और राम मंदिर ट्रस्ट के बीच बैठकें चल रही है.
चंपत राय की माने तो श्री राम जन्म भूमि मंदिर के अलावा श्रीराम से जुड़े कुछ और मंदिर भी बनाए जाने हैं. इसी के साथ नक्षत्र वाटिका और श्रीराम के जीवन वृतांत को मूर्तियों के माध्यम से बताने और समझाने के लिए रामकथा कुंज की स्थापना भी की जाएगी.
राम जीवन को समझाने के लिए मूर्तियों के नीचे रामायण की चौपाइयां भी लिखी होंगी. ये संबंधित प्रसंग को समझाने के लिए होंगी. श्रीराम जन्मभूमि परिसर का बड़ा हिस्सा ग्रीन फील्ड होगा जिसमें रामायण कालीन वृक्ष लगाए जाएंगे.