महाकुंभ (Mahakumbh 2025) में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंच रही है. इसी बीच संगम नगरी में बड़ी अनहोनी हो गई है. कुंभ मेले में मौनी अमावस्या पर होने वाले अमृत स्नान (Mauni Amavasya Amrit Snan) से पहले भगदड़ मच गई. इस हादसे में 30 लोगों की जान चली गई. डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने इसकी पुष्टि की है.
हादसे में घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं. सुरक्षा व्यवस्था पर प्रशासन कड़ी नजर बनाए हुए है. रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाए गए हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने संगम नोज पर व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है.
कुंभ मेले (Mahakumbh Stampede History) का इतिहास काफी पुराना है. इसके अलावा कुंभ में हादसों का इतिहास पुराना है. भीड़ की वजह से पहले भी कई बार अफरातफरी और भगदड़ मच चुकी है. कुंभ मेले में कब-कब ऐसे हादसे हो चुके हैं? आइए इस बारे में जानते हैं.
आजाद भारत का पहला कुंभ
आजादी के बाद भारत में पहली बार कुंभ मेला 1954 में हुआ था. देश की आजादी के बाद ये एक बड़ा इवेंट था. प्रयागराज को उस समय इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था. इलाहाबाद में हुए उस कुंभ मेले में भगदड़ मच गई थी. 3 फरवरी 1954 को मौनी अमावस्या का स्नान था.
मौनी अमावस्या के दिन इलाहाबाद में बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान करने पहुंचे थे. तब भगदड़ मच गई थी. भगदड़ में कुछ लोग कुछ लोग कुचल गए थे तो कुछ लोग बचने के लिए नदी में कूद गए थे. डूबने से भी काफी लोगों की मौत हुई है. 1954 के कुंभ में 800 लोगों की जान चली गई थी.
हरिद्वार कुंभ मेला
साल 1986 के कुंभ मेले में भी ऐसा ही हादसा हुआ था. 1986 कुंभ मेला हरिद्वार में हुआ था. 1986 में हुए हादसे में लगभग 200 लोगों की जान चली गई थी. कुंभ मेला 1986 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह कई राज्यों के सीएम और कई सांसदों के साथ पहुंचे थे.
वीवाईपी लोगों की वजह से आम लोगों को गंगा के तट पर जाने से रोका गया था. वहां मौजूद भीड़ बेकाबू हो गई और अफरातफरी मच गई. 1986 के कुंभ मेले में भगदड़ मच गई. इस हादसे में 200 लोगों की मौत हो गई थी.
नासिक कुंभ
1986 के बाद कई कुंभ बिना हादसे के रहे. लोगों ने सफलतापूर्वक स्नान किए. 2003 के कुंभ मेले में फिर से बड़ा हादसा हुआ. 2003 में महाराष्ट्र के नासिक में कुंभ मेला हुआ. नासिक में गोदावरी नदी में डुबकी लगाने के लिए लाखों लोग जुटे. इस दौरान भगदड़ मच गई. भगदड़ में लगभग 39 लोगों की जान चली गई और 100 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.
इलाहाबाद कुंभ
2013 में एक बार फिर संगम नगरी इलाहाबाद में कुंभ का आयोजन हुआ. 2013 में कुंभ मेले में भक्तों की भारी भीड़ पहुंची. इस बार हादसा इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर हुआ. 10 फरवरी 2013 को भारी भीड़ की वजह से फुटब्रिज गिर गया. इस हादसे में 42 लोगों की मौत हुई और 45 लोग घायल हो गए. 2013 के बाद अब 12 साल बाद उसी शहर में हादसा हुआ है.