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Ram Mandir Ayodhya: एक पेंटिंग में बनाई छोटी-छोटी 108 पेंटिंग्स, दिखाया श्री राम का पूरा जीवन 

राजस्थान के रहने वाले महेश वैष्णव पिछले 38 सालों से पेंटिंग कर रहे हैं. चित्रों को बनाना उनके बचपन का शौक है. वह बताते हैं कि शुरुआत के दिनों में उन्होंने उदयपुर में राजा महाराजाओं की तस्वीर बनाई थी.

Shri Ram life Painting Shri Ram life Painting
हाइलाइट्स
  • एक ही खांचे में तैयार की गई पेंटिंग

  • चित्र बनाना है बचपन का शौक

22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होने वाला है इस दिन राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होगी जिसको लेकर तैयारियां अब अंतिम चरण पर है. देश भर के अलग अलग राज्यों में तैयारियां जोरों पर है. हर राम भक्त इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनना चाहता है और सबके मन में बस एक भाव है कि किसी तरह राम मंदिर के इस यज्ञ में एक छोटी सी आहुति उनकी भी हो. इस कड़ी में एक ओर जहां कलाकार भी अपनी-अपने तरीकों से प्रभु राम को याद कर रहे हैं. जैसे वह राम धुन लिखना हो उसे गाना हो या फिर प्रभु राम को किसी भी तरीके से याद करना हो.

कलाकार अपने-अपने तरीकों से प्रभु राम को याद कर रहे हैं. इस बीच दिल्ली के एक आर्टिस्ट ने प्रभु राम के लिए एक ऐसी पेंटिंग बनाई जिसने सब का मन मोह लिया है. पेंटिंग भी ऐसी जिसे बनाने में 7 महीने का वक्त लग गया और उस एक तस्वीर में प्रभु राम के जीवन को पूरी तरह से दिखाया गया है. दरअसल इस कलाकार ने एक पेंटिंग में 108 छोटी-छोटी पेंटिंग्स बनाई है 108 चित्रों के जरिए प्रभु राम के जन्म से लेकर उनके राजतिलक की यात्रा बखूबी दर्शी गई है.

चित्र बनाना है बचपन का शौक

राजस्थान के रहने वाले महेश वैष्णव पिछले 38 सालों से पेंटिंग कर रहे हैं. चित्रों को बनाना उनके बचपन का शौक है. वह बताते हैं कि शुरुआत के दिनों में उन्होंने उदयपुर में राजा महाराजाओं की तस्वीर बनाई. लेकिन बाद में उन्हें लगा कि अपनी कला का इस्तेमाल उन्हें भगवान की तस्वीर बनाने के लिए करना चाहिए और उसके बाद वह दिल्ली आ गए. दिल्ली आकर उन्होंने सिर्फ और सिर्फ भगवान की ही तस्वीरें बनाईं, जिनमें से कुछ के लिए उन्हें अवार्ड भी दिए गए. वहीं कुछ को राज्य और नेशनल स्तर पर सम्मानित किया गया.

एक ही खांचे में तैयार की गई पेंटिंग
 
राम मंदिर के उद्घाटन से पहले उन्होंने रामचरितमानस को 108 पेंटिंग के जरिए दर्शाया जिसमें राम दरबार भी आकर्षण का केंद्र है. इसके साथ ही 109वें नंबर पर अयोध्या में तैयार हुआ राम मंदिर भी बनाया गया है. इस पेंटिंग को एक ही खांचे में तैयार किया गया है जिसमें 108 छोटी-छोटी पेंटिंग बनाई गई है.

इस पेंटिंग को बनाने वाले कलाकार महेश वैष्णव ने बताया कि उन्हें एक रोज सपना आया सपने में हनुमान जी ने उन्हें दर्शन दिया और उन्हें यह प्रेरणा दी की राम मंदिर के उद्घाटन से पहले वह प्रभु राम की जीवन का वर्णन तस्वीरों के जरिए करें. इसके बाद अगली सुबह उठते ही उन्होंने यह तय किया कि वह रामचरितमानस को तस्वीरों के जरिए दिखाने की कोशिश करेंगे. इस कोशिश को सफल करने में उन्हें 7 महीने का वक्त लग गया. सबसे पहले उन्होंने तस्वीरों को बनाने के लिए स्केच बनाया, स्केच बनाने के बाद शुरू हुआ इसमें रंग भरने का काम और उसके बाद भव्य राम मंदिर की तस्वीर के साथ यह पेंटिंग खत्म हुई.

 पूरा जीवन है पेंटिंग में

इस पेंटिंग की पहली तस्वीर उस यज्ञ से है जिसे प्रभु राम के पिता दशरथ जी करते हैं, जिससे उन्हें पुत्र प्राप्ति हो सके इसके बाद एक-एक करके श्री राम के जन्म से लेकर उनके जनकपुर प्रस्थान फिर वन गमन रावण मरण और अयोध्या पुणे आगमन दिखाया गया है. खास बात यह है कि 11 फीट बड़ी इस पेंटिंग को कॉटन पर बनाया गया है और इसमें केमिकल्स का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं किया गया है यानी गाय के गोबर और खाद से बने रंगों से पेंटिंग को बनाया गया है.

मुकेश वैष्णव बातचीत में बताते हैं कि उनको सपने में यह प्रेरणा मिली थी कि वह जन-जन तक राम को पहुंच सके. इसलिए उन्होंने पेंटिंग का जरिया चुना. अपनी पेंटिंग के माध्यम से प्रभु राम के जीवन को एक ही फ्रेम में दिखने की कोशिश की है. यही वजह है कि हर पेंटिंग के नीचे उसे चित्र के बारे में भी लिखा हुआ है. इससे अगर कोई रामायण के बारे में नहीं जानता है वह भी इस पेंटिंग को देखे तो उसे प्रभु राम के जीवन को समझने में आसानी हो.