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Prayagraj Magh Mela: प्रयागराज में माघ मेले में श्रद्धालुओं की संख्या का रिकॉर्ड बना, 9 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए

18 फरवरी को शिवरात्रि के साथ ही माघ मेले का समापन हो गया. लेकिन इस बार इस मेले में एक रिकॉर्ड भी बना है. इस मेले में इस बार 9 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए हैं.

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हाइलाइट्स
  • क्राउड मैनेजमेंट का सफल प्रयोग 

  • करीब 2 लाख लोगों को मिला रोजगार 

प्रयागराज में गंगा यमुना सरस्वती के संगम पर होने वाले माघ मेले में इस बार 9 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए. ये अब तक का कीर्तिमान है. महाशिवरात्रि के साथ माघ मेले का समापन हुआ है. पिछली बार से लगभग दोगुने श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया. मौनी अमावस्या के स्नान की तिथि 21 जनवरी के दिन ही 2 करोड़ 9 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया था.

44 दिन में 9 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम तट पर पहुंचे
इस साल प्रयागराज में गंगा यमुना सरस्वती के संगम पर माघ मेला 6 जनवरी से शुरू हुआ था. माघ मेला प्रशासन के अनुसार 44 दिन में 9 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम तट पर पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाई जो एक कीर्तिमान है. इससे पहले हिंदू धर्म के सबसे बड़े सालाना मेले 'माघ मेले' में 2022 में 4 करोड़ 30 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया था. माघ मेला के एसएसपी राजीव नारायण मिश्रा ने बताया कि, '1 महीना 14 दिन में 9 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे हैं. जबकि मौनी अमावस्या के स्नान की तिथि पर एक दिन में ही 2 करोड़ 9 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में स्नान किया था.'

क्राउड मैनेजमेंट का सफल प्रयोग 
इस बार माघ मेले को लेकर व्यापक प्रचार भी किया गया था. प्रदेश की योगी सरकार ने इसे 2025 में होने वाले महाकुंभ के रिहर्सल के तौर पर भी लिया था. खुद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई बैठक कर इसके लिए दिशा निर्देश जारी किए थे. माघ मेला पुलिस प्रभारी राजीव नारायण मिश्रा ने बातचीत में बताया कि ‘खासतौर पर क्राउड मैनेजमेंट के लिए कई उपाय किए गए. वजह ये कि सीमित जगह में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आना था. ’ यही वजह है कि मौनी अमावस्या की स्नान तिथि पर एक ही दिन में 2 करोड़ 9 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में पवित्र डुबकी लगाई. 

दरअसल सुरक्षा और व्यवस्था के लिए इस बार के माघ मेले में कई प्रयोग किए गए. इसके अलावा 14 अस्थाई पुलिस थाने और 36 चौकियां माघ मेले में बनाए गए. कल्पवासियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी ख़ास सतर्कता बरती गयी. लोगों का स्नान और माघ मेले से सुरक्षित बाहर जाने का क्रम जारी रहे इसके लिए भी व्यवस्था की गयी जिससे भीड़ एक जगह कर इकट्ठा न हो. इससे पहले 2022 में माघ मेले में संगम में आस्था की डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इस बार दोगुनी संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान किया. 

करीब 2 लाख लोगों को मिला रोजगार 
माघ मेला प्रशासन के अनुसार इस बार करीब 2 लाख लोगों को माघ मेले में अस्थाई रोजगार भी मिला. ये संख्या भी अब तक की सबसे ज्यादा है. कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल के अनुसार माघ मेले में लगभग 156 करोड़ का व्यापार हुआ है. इसके बाद बैठकों में माघ मेले की व्यवस्था की समीक्षा भी होगी जिससे 2025 में होने वाले महाकुंभ के लिए तैयारियों को दुरुस्त किया जा सके.