अमरनाथ यात्रा फिर से शुरू कर दी गई है. जम्मू बेस कैंप से श्रद्धालुओं का नया जत्था पवित्र गुफा के लिए रवाना किया गया है. उधर, अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार को बादल फटने से सैलाब आया था. जिसमें कई लोग अभी भी लापता है. उनकी तलाश तेज कर दी गई है. प्रशासन गहनता से उनकी तलाश कर रहा है.
एक रूट में शुरू हुई यात्रा-
अभी यात्रा की शुरुआत एक रूट पर की गई है. पहलगाम के नुनवान आधार शिविर से यात्रा शुरू की गई है. हालांकि हेलिकॉप्टर सेवा दोनों रूट पर उपलब्ध रहेगी. नुनवान और बालटाल रूट पर हेलिकॉप्टर सेवा उपलब्ध है. अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से बालटाल में बाढ़ आई थी. आपदा को लेकर भक्तों का कहना है कि भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए कोई भी परीक्षा देने के लिए तैयार हैं. उनका कहना है कि हादसे के बाद फिर से यात्रा शुरू हो गई है. ये खुशी की बात है.
दो रूटों पर शुरू हुई थी यात्रा-
43 दिन की अमरनाथ यात्रा 30 जून को शुरू हुई थी और 11 अगस्त तक चलेगी. इस दौरान 2 रूटों से श्रद्धालु अमरनाथ गुफा पहुंचते हैं. दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग के पहलगाम में नुनवान से 48 किलोमीटर का पारंपरिक रूट है. जबकि दूसरा रूट मध्य कश्मीर के गांदेरबल- में बालटाल रूट 14 किलोमीटर छोटा है. अब तक 1 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा अमरनाथ के दर्शन किए हैं.
लापता श्रद्धालुओं की तलाश जारी-
अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार को बादल फटने से सैलाब आया था. जिसमें सैकड़ों टेंट बह गए. सैकड़ों श्रद्धालु लापता हो गए. गुफा के पास करीब 10 फुट मलबा जमा हो गया था. बादल फटने की घटना के बाद अमरनाथ यात्रा रोक दी गई थी. लेकिन अब एक बार फिर यात्रा शुरू कर दी गई है.
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